
सीएम ने कहा, “हमने गाद निकालने की जिम्मेदारी सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग को दी है। हमें सुनिश्चित करना है कि बारिश के मौसम में जलभराव न हो। काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। हम विधायकों से नालों, सीवेज की सफाई के बारे में किए जा रहे कामों के बारे में लिखित में पूछेंगे।” वहीं, रोहतक रोड का निरीक्षण करने पहुंचे लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री प्रवेश वर्मा ने शनिवार को अधिकारियों को 115 करोड़ रुपये की ड्रेनेज परियोजना का काम समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। इलाके में ड्रेनेज का काम शुरू हो चुका निरीक्षण के दौरान प्रवेश वर्मा ने सड़क की खस्ता हालत पर चिंता जताते हुए कहा कि रोहतक रोड की हालत बेहद खराब है और पिछले दिनों जनप्रतिनिधियों ने भी स्थानीय लोगों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि इलाके में ड्रेनेज का काम शुरू हो चुका है और पूरी सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सौंप दिया गया है। आवश्यक स्वीकृतियों की प्रक्रिया जल्द पूरी हरियाणा को दिल्ली से जोड़ने वाला यह एक महत्वपूर्ण मार्ग है और यह पुनर्विकास परियोजना पीरागढ़ी चौक से लेकर टिकरी बॉर्डर तक कुल 18 किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करेगी। परवेश वर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी आवश्यक स्वीकृतियों की प्रक्रिया जल्द पूरी करें ताकि परियोजना में अनावश्यक देरी न हो। ड्रेनेज परियोजना का काम तय उन्होंने कहा कि अनुमति में देरी से परियोजना की लागत बढ़ जाती है, इसलिए काम को तेजी से पूरा करने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। प्रवेश वर्मा ने आश्वासन दिया कि रोहतक रोड और ड्रेनेज परियोजना का काम तय समय सीमा के भीतर पूरा कर लिया जाएगा, जिससे दिल्ली और हरियाणा के बीच यातायात में आसानी होगी। मंत्री ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता बनाए रखने पर भी जोर दिया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि “हम ऐसी सड़कें और ड्रेनेज सिस्टम बना रहे हैं जो सालों तक टिकेंगे। अगर निर्माण की गुणवत्ता में कोई कमी पाई गई तो ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा और संबंधित अधिकारियों को निलंबित किया जाएगा।”