
उत्तर प्रदेश मेरठ के थाना लोहिया नगर पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है। सोशल मीडिया पर एक ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर एक पुलिसकर्मी और एक संदिग्ध चोर के बीच बातचीत रिकॉर्ड की गई है। बातचीत में पुलिसकर्मी चोर के दोस्त से साफ़ तौर पर 20 हजार रुपए की मांग करता सुनाई दे रहा है।
ऑडियो में पुलिसकर्मी कहता है, “ऊपर से आदेश आया है कि तुम्हारे दोस्त के पैर में गोली मार दी जाए। अगर इसकी खैर चाहते हो तो जल्दी से 20 हजार रुपए का इंतज़ाम करो, नहीं तो गोली मार दी जाएगी।” इस धमकी भरे संवाद ने आम जनता और मानवाधिकार संगठनों को हिला कर रख दिया है।
इस वायरल ऑडियो से यूपी पुलिस की कार्यशैली और भ्रष्टाचार पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। जहाँ एक ओर प्रदेश सरकार पुलिस सुधार और पारदर्शिता की बात करती है, वहीं दूसरी ओर इस तरह के मामले उन दावों की पोल खोल रहे हैं।
घटना सामने आने के बाद स्थानीय नागरिकों में रोष है। लोगों का कहना है कि पुलिस सुरक्षा देने की बजाय भय और उगाही का जरिया बन गई है।
अब तक पुलिस विभाग या जिला प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन सोशल मीडिया पर मामले की व्यापक चर्चा हो रही है और लोग दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मानवाधिकार कार्यकर्ता इस ऑडियो को अत्यंत गंभीर मानते हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता अजय गुप्ता का कहना है, “किसी भी संदिग्ध को गोली मारने की धमकी देना और फिर पैसे की मांग करना, यह सीधे-सीधे आपराधिक वसूली और मानवाधिकार उल्लंघन है।”
अगर वायरल ऑडियो की पुष्टि हो जाती है, तो यह न केवल यूपी पुलिस की छवि पर सवाल उठाएगा बल्कि पूरे कानून व्यवस्था तंत्र पर भी चोट करेगा। प्रशासन को इस मामले में निष्पक्ष जांच कर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि जनता का भरोसा बना रह सके।