
यूपी बोर्ड और सीबीएसई में मेरठ प्रान्त के विद्यालयों का शानदार परिणाम हाईस्कूल में 98.37 और इंटरमीडिएट में 95.7 प्रतिशत परीक्षार्थी रहे सफल
मेरठ। विद्या भारती मेरठ प्रान्त के संगठन मंत्री प्रदीप गुप्ता जी ने बताया कि अगले माह मेरठ में आयोजित होने वाले समारोह में यूपी बोर्ड और सीबीएसई परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को नगद पुरस्कार और सम्मान-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर विशेष रूप से इन छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को भी आमंत्रित किया जाएगा।
बालेराम ब्रजभूषण सरस्वती शिशु मंदिर मेरठ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रदीप गुप्ता जी ने बताया कि विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी यूपी बोर्ड और सीबीसएसई में विद्या भारती के विद्यालयों का परीक्षा परिणाम शानदार रहा है। यूपी बोर्ड और सीबीएसई हाईस्कूल परीक्षा में विद्या भारती मेरठ प्रान्त का परिणाम 98.37 प्रतिशत रहा और कुल 12 हजार 573 परीक्षार्थियों में से 12,369 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इसी प्रकार इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम 95.7 प्रतिशत रहा है और 10 हजार 54 परीक्षार्थियों में से 9,354 परीक्षार्थी सफल रहे हैं। सवाददाता सम्मेलन में भारतीय शिक्षा समिति के मंत्री राम वरुण जी, शिशु शिक्षा समिति के मंत्री प्रदीप भारद्वाज जी, जन शिक्षा समिति के मंत्री विपिन गोबल जी, प्रदेश निरीक्षक विशोक कुमार, मदन पाल सिंह, हेमराज सिंह, प्रांत प्रचार संयोजक डा. नीरज शर्मा, सह संयोजक जगवीर शर्मा, विद्यालय के प्रबंधक डा. आशीष अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
> मुरादाबाद की दो छात्राओं को यूपी टाप टेन की मेरिट में स्थान
यूपी बोर्ड हाईस्कूल में प्रदेश की मेरिट में डा. देवेन्द्र पाल सरस्वती विद्या मंदिर बिलारी, मुरादाबाद की दो छात्राओं ने टाप टेन में स्थान बनाया है। इनमें ऋतु गर्ग ने 97.5 प्रतिशत अंक के साथ प्रदेश की मेरिट में तीसरा स्थान और इरम फातिमा ने 96.33 प्रतिशत अंकों के साथ दसवां स्थान प्राप्त किया है। यूपी बोर्ड हाईस्कूल में मेरठ प्रान्त के 59 परीक्षार्थी जिलों की टाप टेन लिस्ट में शामिल रहे हैं। विद्या भारती के विद्यालयों के विद्यार्थी पहले भी प्रदेश की मेरिट लिस्ट में स्थान बनाते रहे हैं।
विद्या भारती की बड़ी पहल, तैयार करा रहा विद्यालयों का इतिहास
विद्या भारती मेरठ प्रान्त के संगठन मंत्री प्रदीप गुप्ता जी ने बताया कि संगठन की ओर से विद्या भारती के विद्यालयों का इतिहास तैयार कराया जा रहा है। इसे पुस्तक के रूप में प्रकाशित करने की योजना है। इसके लिए विद्या भारती अखिल भारतीय स्तर पर अभिलेखागार विभाग की स्थापना की गई है। मेरठ प्रान्त के अभिलेखागार का कार्यालय सरस्वती शिशु मंदिर नोएडा में है।
> विज्ञान व गणित मेले में मेरठ प्रान्त को प्रथम स्थान
बीते शैक्षणिक सत्र में आयोजित विज्ञान व गणित मेले में राष्ट्रीय स्तर पर मेरठ प्रान्त को प्रथम स्थान मिला है। गणित एवं विज्ञान मेले का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। विद्या भारती के विद्यालयों में इन्फार्मेशन टेक्नोलोजी एवं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का शिक्षण एवं प्रशिक्षण कराने की व्यवस्था भी की जाती है। प्रान्त ने राष्ट्रीय स्तर पर 5 मैडल प्राप्त किये।
> मेरठ प्रान्त में विद्या भारती के 332 विद्यालय
संगठन मंत्री प्रदीप गुप्ता जी ने बताया कि मेरठ प्रान्त में विद्या भारती के 332 विद्यालय हैं जिनमें शिशु शिक्षा समिति के 74, भारतीय शिक्षा समिति के 78, जन शिक्षा समिति के 171 विद्यालय हैं जबकि भारतीय श्री विद्या परिषद् मधुरा द्वारा संचालित 9 विद्यालय हैं। इसके अलावा चार महाविद्यालय हैं जिनमें से दो शिकारपुर (बुलंदशहर), एक हापुड़ और एक मुरादनगर (गाजियाबाद) में है। इनमें शिशु शिक्षा समिति शहरी क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों का संचालन करती है, जबकि भारतीय शिक्षा समिति शहरी क्षेत्र के माध्यमिक विद्यालयों और जन शिक्षा समिति ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों के संचालन का दायित्व निभाती है।
> संस्कार केन्द्र कौशल विकास
विद्या भारती मेरठ प्रान्त के संगठन मंत्री प्रदीप गुप्ता जी ने बताया कि विद्या भारती के विद्यालयों में अधिकतर आर्थिक दृष्टि से कमजोर बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन बच्चों की शिक्षा में किसी प्रकार की बाधा न आए और उन्हें उत्कृष्ट शिक्षा मिले, इसका विशेष ध्यान रखा जाता है। विद्या भारती की ओर से उपेक्षित बस्तियों में शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए संस्कार केन्द्र, एकल विद्यालय, पुस्तकालय, सिलाई-कढ़ाई केंद्र, ब्यूटीशियन और कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। साहिबाबाद विद्यालय के कौशल विकास केन्द्र में मोबाइल फोन एवं बाइक रिपेयरिंग आदि विभिन्न पाठ्यक्रम कराए जाते हैं। विद्यार्थियों को संगीत शिक्षा, पर्यावरण शिक्षा, अंग्रेजी संभाषण के साथ वाद्य यंत्रों द्वारा घोष वादन का अभ्यास कराया जाता है। पराक्रम दिवस, गणतंत्र दिवस और अन्य विशिष्ट अवसरों पर विद्यालयों में घोष के साथ पथ संचलन निकाला जाता है।
> नोएडा में कामर्स प्रयोगशाला
भाऊराव देवरस सरस्वती विद्या मंदिर नोएडा में मेरठ प्रान्त की प्रथम प्रयोगशाला स्थापित की गई है। इसका उद्देश्य विज्ञान विषयों की तरह कामर्स में भी सैद्धांतिक ज्ञान के साथ प्रयोगात्मक ज्ञान पर ध्यान देना है। इसके तहत विद्यार्थियों को व्यवसाय की दुनिया से परिचित कराने के साथ ज्ञान को वास्तविक जीवन के साथ जोडने में सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा लेखांकन, वित्तीय प्रबंधन, बैंकिंग और कंपनी कार्यों से संबंधित कौशल विकास भी किया जाता है।
> बालिका शिक्षा/कन्या भारती / शिशु भारती / छात्र संसद
भारतीय श्री विद्या परिषद् के अंतर्गत मेरठ प्रान्त में 9 बालिका विद्यालय हैं। बालिका शिक्षा की दृष्टि से विद्या भारती ने बालिका शिक्षा परिषद् का गठन किया है। इसका उद्देश्य बालिकाओं के समग्र विकास हेतु योजना बनाना, बालिकाओं का ज्ञानात्मक, कौशलात्मक विकास और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यों का बोध कराना है। वहीं, प्राथमिक विद्यालयों में शिशु भारती और माध्यमिक विद्यालयों में छात्र संसद कन्या भारती का गठन किया जाता है। इसके तहत विभिन्न दायित्व सौंपकर बालक-बालिकाओं में नेतृत्व क्षमता का विकास किया जाता है।
> खेलों पर जोर
संगठन मंत्री प्रदीप गुप्ता जी ने बताया कि विद्या भारती के विद्यालयों में खेलों पर भी विशेष जोर दिया जाता है। विद्यालय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक और स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया स्तर तक विद्या भारती के विद्यालयों की प्रतिभागिता रहती है। इस वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर विद्यालयों ने 211 मेडल और स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया में छह मेडल प्राप्त किए हैं।
> समर्थ भारत
उत्तम संतान प्राप्ति के लिए गर्भधारण एवं गर्भवती बहनों की शिक्षा गुजरात से प्रारंभ होकर मेरठ प्रान्त के ब्रह्मा देवी सरस्वती बालिका विद्या मंदिर हापुड़ में स्थित समर्थ भारत के माध्यम से दी जा रही है। वहीं, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार अरुण, उदय, प्रभात, कक्षा एक एवं दो तक बैग रहित शिक्षा खेल-खेल में विविध शैक्षिक गतिविधियों द्वारा दी जाती है। वहीं, विद्यालयों में एनसीसी, स्काउट एवं गाइड का गठन कर सैन्य क्षमता, नेतृत्व विकास और सामाजिक कार्यों आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है।
> विद्या भारती के आयाम
संस्कृति बोध परियोजना- विद्या भारती के तीन आयाम-संस्कृति बोध परियोजना, पूर्व छात्र परिषद् और क्रिया शोध हैं। संस्कृति बोध परियोजना के तहत अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव- प्रश्न मंच
प्रतियोगिता, कथा-कथन प्रतियोगिता, तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता, मूर्ति कला प्रतियोगिता, लोकनृत्य प्रदर्शन, पत्रवाचन प्रतियोगिता, संस्कृति ज्ञान परीक्षा और आचार्य संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
> पूर्व छात्र परिषद्
विद्या भारती की पूर्व छात्र परिषद् किसी शैक्षिक संस्थान का करीब 11 लाख पंजीकृत पूर्व छात्रों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा पूर्व छात्र संगठन है। पूर्व छात्र परिषद् का उद्देश्य पूर्व छात्रों को जोड़कर उनके सुख-दुख में सहभागी होना और शिक्षा व समाज कार्यों के लिए प्रेरित करना है। पूर्व छात्र परिषद् की ओर से निर्धन छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना, यूनिफार्म व स्टेशनरी वितरण, करियर काउंसिलिंग, स्वास्थ्य परीक्षण, पौधारोपण, ग्रामीण क्षेत्रों में पुस्तकालय, कौशल विकास कार्यशालाएं आदि का आयोजन होता है।
> क्रिया शोध
विभिन्न शैक्षिक समस्याओं पर शोध करके उनका समाधान किया जाता है। इसके लिए कार्यशालाओं का आयोजन कर आचार्यों को प्रशिक्षित किया जाता है।