“इको फ्रेंडली’ कलात्मक वस्तुओं की जमकर हुई खरीदारी



– बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट से बनी कलात्मक वस्तुओं से दिया पर्यावरण बचाने का संदेश

मेरठ। उत्तर प्रदेश में योगी सुशासन के तीन वर्ष पूरे होने पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत लगाई गई स्टॉल मे दूसरे दिन कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के दिशा निर्देशन में ललित कला विभाग द्वारा “बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट” पर आधारित हस्त निर्मित कलात्मक वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला द्वारा ललित कला विभाग कि विद्यार्थियों को अपने कलात्मक पुनर के माध्यम से धन उपार्जन के लिए प्रोत्साहित किया तथा पर्यावरण को बचाने की दिशा में ललित कला विभाग के शिक्षकों व विद्यार्थी द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भरपूर सराहना की। प्रो.अलका तिवारी समन्वयक,ललित कला विभाग ने बताया कि  स्टाल मे कला विद्यार्थीयों द्वारा धातु, कपड़ा, कागज, सीमेंट आदि  का प्रयोग कर कम लागत में अधिक उपयोगी वस्तुओं को हाथ से बनाया गया।पर्यावरण संवर्धन की दृष्टि से पर्यावरण को नुकसान न पहुंचने वाली वस्तुओं के निर्माण और प्रयोग का संदेश देते हुए पॉलिथीन, प्लास्टिक की बोतल, पुरानी कागज की रद्दी, आदि से प्रयोग में लाने वाली कलात्मक सुंदर-सुंदर वस्तुएं बनाकर जन समूह को पॉलिथीन  के बहिष्कार का संदेश दिया और कपड़े व जूट से  बने थैलो को भी बहुत कम कीमत पर लोगों को बेचा। थैलो की जमकर बिक्री हुई। ग्रामीण क्षेत्र से आए लोगों ने पारंपरिक वस्तुओं को देखकर हर्ष व्यक्त किया। तथा जमकर खरीदारी की। पेपर मेसी (रद्दी कागज की लुगदी वह मुल्तानी मिट्टी)से बनी वस्तुओं को बहुत पसंद किया गया। इस अवसर पर श्री राम चरित्र मानस के पदों परचित्र श्रृंखला को भी प्रदर्शित किया गया। बालिकाओं द्वारा भारत की पारंपरिक लोक कला के अंतर्गत पट चित्रों को काफी सराहना मिली। काफी संख्या में लोगों ने खरीदारी कर विद्यार्थियों के स्वावलंबन को प्रोत्साहन दिया। आयोजन में अभियंता मनीष मिश्रा, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता, एवंप्रवीण पवार  तथा डॉ शालिनी धामा, डॉ पूर्णिमा वशिष्ठ,डॉ रिता सिंह,  संजय कुमार ,विष्णु आदि का विशेष सहयोग रहा। छात्र स्तर पर राहुल, पीयूष, मनीष, तेजस व दिवाकर रिद्धिमा का योगदान सराहनीय रहा।