डॉक्टर-मरीज का रिश्ता भगवान-भक्त जैसा

मेरठ। मरीज और डाक्टर का रिश्ता भगवान भक्त जैसा होता है। मरीज हमेशा डॉक्टर से इलाज के लिए मिलता है, लेकिन पूजा भगवान की तरह करता है। डॉक्टर का फर्ज बनता है कि वह मरीज की तंदरुस्ती के लिए नेक नीयत से कोशिशें करें, ऐसा ही एक गंभीर मरीज सड़क दुर्घटनाग्रस्त आनंद हास्पिटल में भर्ती हुआ, वाहन चलाते वक्त हलमेट ना पहने के कारण सडक दुर्घटना का शिकार हुआ, सडक दुर्घटना में मरीज के चहरा पूर्ण रूप क्षतिग्रस्त हो गया, चहरे की काफी हड्डियां क्षतिग्रस्त हो गयी थी, मरीज के सिर में काफ़ी चोट आयी थी, चोट लगने से दिमाग में खून के थक्के जम गये थे, मरीज का ईलाज वरिष्ट सर्जन डॉ पुनीत कालरा (मैस्किोलोफेशियल सर्जन), डॉ अजय गुप्ता (न्यूरो सर्जन), डॉ एनपी सिंह, डॉ सजय अग्रवाल एवं डॉ किर्ति जैन की देख मे चल रहा था, वरिष्ट सर्जन डाँ पुनीत कालरा ने बताया कि मरीज का एक्सिडेंट मे चहरे की काफी हड्डियां टूट गई थी, मरीज की सर्जरी हमे पाँच घंटे का समय लगा क्योकि मरीज की आँख के निचे हड्डियां भी टूटी हुई थी, मरीज की आँख रोशनी भी जा सकतीं थी, सर्जरी करते वक्त ये भी ध्यान देना था मरीज को आँखो की रोशनी ना चली जाये, बेटी खेड़ा गांव शामली निवासी बीस वर्षीय अक्षय कुमार की आयु के मरीज का सफल आपेशन कर मरीज के चहरे की हड्डियां जोडी गयी इस तरह का ऑपरेशन अति आधुनिक आनंद अस्पताल जैसे अस्पतालों में ही संभव है, जिससे मरीज की जान बच गयी, मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ्य कर मरीज को अस्पताल डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पताल के चिकित्सक का आमजनमानस के लिए से ही सदेश है हमे बाईक चलाते वक्त हलमेट जरूरूर पहना चाहिए, हलमेट पहने रहने से सडक दुर्घटना होने पर काफी हद तक जान के जोखिम के खतरे को रोका जा सकता है, अतं मे आनंद हास्पिटल के चिकित्सक ने मरीज को हेलमेट का उपहार देकर कहा, आपका जीवन आपके परिवार के लिए बहुमुल्य है। इस अवसर पर अस्पताल के निर्देशक गौतम आनंद, महा प्रबंधक मुनेश पंडित, नीटू नागर मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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