
मेरठ।
जहां एक ओर नगर निगम शहर को साफ-सुथरा बनाने के बड़े-बड़े दावे कर रहा है, वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। शहर के बाहर RTO पुल के बराबर में बने रास्ते पर हालात बेहद खराब हैं। इस रास्ते पर प्रतिदिन दूध की डेरियां अपना कार्य करती हैं, लेकिन सफाई व्यवस्था न के बराबर है।
डेरियों से निकलने वाला गोबर और गंदगी सीधा सड़क और नाले में बहा दी जाती है। सड़क पर फैला गोबर जहां आने-जाने वाले राहगीरों और दोपहिया वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है, वहीं कई बार लोग इस गंदगी में फिसलकर गिर चुके हैं। कुछ मामलों में गंभीर हादसे भी सामने आ चुके हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे कई बार नगर निगम से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
प्रशासन की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
नगर निगम एक ओर शहर को स्वच्छ बनाने की योजनाओं और अभियानों में लाखों रुपये खर्च कर रहा है, वहीं दूसरी ओर ज़मीनी स्तर पर इस तरह की अनदेखी उसकी कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि RTO पुल के पास डेरियों की गतिविधियों पर नियंत्रण किया जाए और नियमित सफाई की व्यवस्था की जाए, ताकि आमजन को राहत मिल सके और भविष्य में कोई बड़ा हादसा न हो।
अब देखना यह होगा कि नगर निगम कब जागता है और कब इस गंभीर समस्या पर कोई ठोस कार्रवाई करता है।