थाने में बंधक बनाकर रखने और अवैध वसूली के आरोप में FIR दर्जSSP विपिन टाडा ने दरोगा और 2 सिपाहियों को किया सस्पेंड

मेरठ पुलिस में तैनात कुछ दागी पुलिसकर्मी यूपी पुलिस और सरकार की भद्द पिटवाने में लगे है। ताजा मामला मेरठ के लिसाड़ी गेट थाने का है यहां पर तैनात दरोगा महेंद्र, दो सिपाही विकास और ओमबीर ने सोना तस्कर को अवैध रूप से पहले तो थाने में बंधक बनाकर रखा और फिर जेल भेजने के एवज में लाखों रुपए वसूल लिए । रातभर हिरासत में रहने के बाद पुलिसकर्मियों की गिरफ्त से छुटने के बाद युवक ने एसपी सिटी आयुष विक्रम से थाना लिसाड़ी गेट के पुलिसकर्मियों की शिकायत की तो एसएसपी विपिन टाडा ने तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया और पूरे मामले की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए । अब जांच के बाद तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है जबकि थाने की बैरक में रात भर एक युवक को पीटा गया और उससे लाखों की वसूली कर ली गई इस मामले में SHO लिसाड़ी गेट के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है ।

दरअसल , मेरठ के अहमदनगर निवासी सलमान सऊदी अरब से सोना लाकर दिल्ली एनसीआर हरियाणा में बेचता है । सलमान ने एयरपोर्ट पर सोने की डिलीवरी लेने के लिए अहमदनगर निवासी समीर को भेजा था जिसके बाद एयरपोर्ट से समीर 20 लाख का सोना लेकर फरार हो गया। सलमान ने समीर के परिवार पर दबाव बनाते हुए पंचायत बुला ली। तय हुआ कि समीर का भाई शाहिद सोने के बदले सलमान को नौ लाख रुपए देगा और उसने तभी तीन लाख रुपए पंचायत में दे दिए गए। छह लाख रुपए बाद में देने की बात तय हो गई। इस मामले की जानकारी लिसाड़ी गेट थाने के दरोगा महेंद्र, सिपाही ओमवीर और विकास को हुई तो वे 30 अक्टूबर को शाहिद को पकड़कर थाने ले गए। 31 अक्टूबर की रात दो लाख रुपए लेने के बाद शाहिद को छोड़ा गया। इसके बाद तीनों पुलिसकर्मियों ने सलमान को पकड़ लिया। थाने के ऊपर एक कमरे में ले जाकर उसकी बुरी तरह से पिटाई की। वाट्सएप काल पर समीर से उसकी बात कराई गई। सलमान से बुलवाया गया कि समीर के भाई शाहिद से छह लाख नहीं लेने हैं। वह रुपए पुलिस के पास पहुंच गए हैं। थाना पुलिस की प्रताड़ना से परेशान होकर सलमान के परिजनों ने एसपी सिटी आयुष विक्रम से शिकायत की तो सलमान को थाने से छुड़वाया गया। उसके बाद एसपी सिटी आयुष विक्रम ने मेरठ के पुलिस कप्तान विपिन टाडा को पूरे मामले की जानकारी दी फिर कार्रवाइयों का सिलसिला शुरू हुआ लेकिन थाना इंचार्ज लिसाड़ी गेट पर मेहरबानी अभी भी बनी हुई है ।

उधर , एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि मामले का संज्ञान लेकर पूरे मामले की गंभीरता से जांच की गई । इसके बाद एसएसपी साहब ने दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है । इस पूरे मामले में FIR भी दर्ज की गई है । दोषी लोगों को खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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