
मेरठ, 03/08/ 2025:
नोएडा द्वारा शहर के टिम बक टू होटल में एक मेगा आईवीएफ स्क्रीनिंग एवं काउंसलिंग कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप में प्रजनन स्वास्थ्य और उस पर जीवनशैली के प्रभाव के बारे में महत्वपूर्ण बातें बताई गई। कैंप में लोगों ने हिस्सा लिया और प्रजनन के बारे में अपनी शंकाओं का समाधान किया। यहाँ दंपतियों की जाँच करके उन्हें प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। कई दंपति तो ऐसे थे, जो पहली बार किसी फर्टिलिटी विशेषज्ञ से बात कर रहे थे। इनमें से कई को पहली बार पता चला था कि जीवनशैली से प्रजनन क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।
आधुनिक समय में तनाव, खराब आहार, अनियमित नींद, मदिरा या तम्बाकू का सेवन, धूम्रपान, देर रात तक जगना और कम शारीरिक गतिविधि करना, ये सभी बातें आम हो गई हैं. लेकिन इन सबका प्रजनन क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इनकी वजह से पीसीओएस, थायरॉयड असंतुलन, मोटापा, स्पर्म की संख्या कम होने जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं. पर फिर भी इनके बारे में जागरुकता की कमी है। कई लोगों को यह पता ही नहीं होता है कि अनियमित माहवारी, अचानक वजन बढ़ने और यौन स्वास्थ्य की समस्याओं की वजह से प्रजनन की समस्याएं हो सकती हैं। जब गर्भधारण करने में समय लगता है या दिक्कत होती है, तब उन्हें इन बातों का आभास होता है।
इस कैंप में डॉ. मांडवी राय, फर्टिलिटी विशेषज्ञ, मदरहुड फर्टिलिटी एंड आईवीएफ, नोएडा ने प्रजनन स्वास्थ्य और इससे जुड़ी मिथकों के बारे में विस्तार से समझाया।
डॉ. मांडवी राय ने कहा, “इन्फर्टिलिटी अकेले महिलाओं की समस्या नहीं है। इसकी चिंता केवल तब नहीं होनी चाहिए, जब गर्भधारण करना हो। यह संपूर्ण स्वास्थ्य का एक हिस्सा है, ठीक वैसे ही, जैसे हृदय का स्वास्थ्य या शुगर का स्तर होता है। लेकिन दुख की बात यह है कि लोग काफी लंबे समय तक इंतजार करते रहते हैं, उन्हें लगता है कि वो अपने आप ठीक हो जाएंगे। लेकिन समय महत्त्वपूर्ण है। यदि एक साल तक कोशिश करने के बाद भी गर्भधारण नहीं हो रहा है. तो आपको फौरन इसकी जाँच करानी चाहिए, फिर भले ही आपकी उम्र 35
वजन बढ़ना या शरीर में ऊर्जा की कमी किसी समस्या की ओर इशारा करते हैं। अच्छी बात यह है कि इनमें से ज्यादातर समस्याओं का इलाज परामर्श और जीवनशैली में छोटे-छोटे परिवर्तनों से हो जाता है। आईवीएफ या सर्जरी की जरूरत हर किसी को नहीं पड़ती है। जरूरत है केवल सही जानकारी की, जो समय पर मिले. बिना किसी डर या कलंक के मिले। हमारे इस कैंप का यही उद्देश्य था। इसमें हमने मार्गदर्शन के साथ डर को दूर करने वाले तथ्य प्रदान किए।
स्वस्थ आहार, तनाव प्रबंधन, चुस्त जीवनशैली, और अच्छी नींद से प्रजनन क्षमता मजबूत होती है। लेकिन कई दंपति विशेषज्ञ से परामर्श लेने में देर करते चले जाते हैं, उन्हें लगता है कि वो अपने आप ठीक हो जाएंगे। प्रजनन क्षमता की समस्या केवल महिलाओं को नहीं होती है. बल्कि यह पुरुषों को भी हो सकती है। समय पर जागरुकता और कार्रवाई की मदद से दंपतियों को भावनात्मक और वित्तीय बोझ से बचाया जा सकता है।
इस कैंप में विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा निशुल्क जाँच की गई, व्यक्तिगत परामर्श प्रदान किया गया तथा एक सम्मानजनक वातावरण में दंपतियों का मार्गदर्शन किया गया। लोगों ने उत्साह के साथ इस कैंप में हिस्सा लेकर प्रदर्शित किया कि वो सीखने के इच्छुक हैं। उन्हें केवल वास्तविक जानकारी, उसकी उपलब्धता और विश्वास की जरूरत है।
मदरहुड फर्टिलिटी एंड आईवीएफ जागरुकता बढ़ाने, विशेषज्ञ सहयोग प्रदान करने तथा खुली चर्चा के साथ सभी तक प्रजनन स्वास्थ्य सेवा पहुँचाने के लिए समर्पित है।