
– मेरठ में पत्रकारों ने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन।
मेरठ : सीतापुर के वरिष्ठ पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना के बाद जिले के एस ओ को लाइन हाजिर कर दिया गया है, जबकि चौकी प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। जांच के दौरान पुलिस को CCTV फुटेज से अहम सुराग मिला है, जिससे हत्याकांड से जुड़े कुछ संदिग्धों की पहचान होने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस का दावा है कि इसी सुराग के आधार पर जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। इस घटना के विरोध में शनिवार को मेरठ में पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उपज पत्रकार संगठन के नेतृत्व में सैकड़ों पत्रकारों ने अपने हाथों पर काली पट्टी बांधकर घटना का विरोध जताया और सरकार से जल्द से जल्द न्याय दिलाने की मांग की।
प्रदर्शन के बाद पत्रकारों ने मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें तीन प्रमुख मांगें रखी गईं:
1. मृतक पत्रकार के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए।
2. परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
3. हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए।
अजय चौधरी, जिलाध्यक्ष उपज मेरठ ने कहा पत्रकार समाज पर हमला लोकतंत्र पर हमला है। जब तक राघवेंद्र बाजपेई के हत्यारों को गिरफ्तार कर सजा नहीं दी जाती, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। पत्रकारों ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा। इस प्रदर्शन में स्थानीय समाचार पत्रों, टीवी चैनलों और ऑनलाइन मीडिया के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में मौजूद रहे। पत्रकारों ने कहा कि इस घटना ने पूरे पत्रकार जगत को झकझोर दिया है, और सरकार को जल्द से जल्द कड़े कदम उठाने चाहिए|