
मेरठ। नौचंदी थाना क्षेत्र में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं। बिना किसी पूर्व जांच और लिखित शिकायत के पुलिस ने तीन स्पा सेंटरों को बंद करवा दिया। इस कार्रवाई से नाराज़ स्पा संचालकों ने थाना प्रभारी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को डाक द्वारा लिखित शिकायत भेजी है। शिकायत में संचालकों ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मी बिना वर्दी के उनके स्पा सेंटरों में दबिश देने पहुंचे, जिससे उनकी छवि धूमिल हुई और ग्राहकों में भय का वातावरण बन गया। सबसे गंभीर आरोप यह है कि पुलिसकर्मी स्पा संचालकों से पैसों की मांग कर रहे हैं और दबाव बनाकर कारोबार बंद करवा रहे हैं। संचालकों ने बताया कि जब पुलिस किसी एक सेंटर पर कार्रवाई करती है, तो आसपास के पार्लर पर भी दबाव बनाती है कि वे भी संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हैं। यह रवैया न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि व्यापारिक माहौल को भी प्रभावित कर रहा है। उन्होंने बताया कि शहर में इस समय 100 से अधिक स्पा सेंटर संचालित हो रहे हैं, जिनमें से कई पर स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन द्वारा समय-समय पर निरीक्षण किया जाता रहा है। ऐसे में बिना किसी ठोस आधार के की गई पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठना लाज़मी है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि डीआईजी के आदेश के अनुसार, पुलिसकर्मी बिना वर्दी के किसी स्थान पर दबिश नहीं दे सकते। बावजूद इसके, सीसीटीवी फुटेज में कई पुलिसकर्मी बिना वर्दी के स्पा सेंटर में प्रवेश करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह आदेश की स्पष्ट अवहेलना है। संचालकों ने यह भी आरोप लगाया कि स्पा सेंटर बंद होने के बाद भी पुलिसकर्मी वहां जाकर आस पड़ोस को परेशान कर रहे हैं और डराने-धमकाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार, मसाज पार्लर पूरी तरह वैध हैं और यदि वे सभी नियमानुसार कार्य कर रहे हैं, तो उन्हें इस प्रकार की कार्रवाई का शिकार नहीं बनाना चाहिए। अब सबकी निगाहें प्रशासनिक अधिकारियों पर टिकी हैं कि वे इस गंभीर मामले में क्या कार्रवाई करते हैं और ऐसे पुलिस कर्मियों पर कोई सख्त कदम उठाया जाएगा या नहीं।