मेरठ बिजनौर मुख्य मार्ग पर शराब का ठेका खोले जाने से पहले ही दलित बस्ती के लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन


● पुलिस के आश्वासन के बाद नई मार्केट में शिफ्ट होने पर शांत हुए नागरिक
परिचय:-धरने पर बैठे नागरिक


बहसूमा। कस्बा में स्थित कैलाशपुरी में नये शराब के ठेके के आवंटन की दुकान का संचालन होने से पहले ही मंगलवार की सुबह दलित बस्ती की महिलाओं व नागरिकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। कई घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद चिन्हित की गई दुकान बंद होने की सहमति के बाद मामला शांत हुआ। इसके अलावा गांव झुनझुनी में भी नई दुकानों के संचालन का विरोध प्रदर्शन किया गया था। बाद में दूसरी जगह स्थानांतरित होने के बाद ही मामला शांत हुआ। आवंटित शराब के ठेके का संचालन हर साल अप्रैल माह में शुरू होना होता है। मंगलवार को सुबह से ही कस्बे के मुख्य मार्ग पर स्थित कैलाशपुरी में नई शराब के ठेके के संचालक को लेकर दलित महिलाओं व नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन कर हंगामा शुरू कर दिया। विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं व नागरिकों का कहना है कि उक्त जगह पर शराब का ठेका संचालित नहीं होने दिया जाएगा। यहां शराब का ठेका संचालक होने से उनके परिवार में बच्चों पर बुरा असर पड़ता है। इस मौके पर चैयरमेन सचिन सुकड़ी, सभासद मोनू जाटव, अरूण जाटव, सूरजपाल जाटव,  आफताब अल्वी, विरेंद्र नागर, दीपक कुमार आदि रहे। जानकारी पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। कई घंटे चली जद्दोजहद के बाद देशी शराब के ठेके के संचालक के द्वारा दूसरी जगह पर स्थानांतरित होने की  सहमति पर ही लोगों का गुस्सा शांत हुआ। बाद में देशी शराब के ठेके को नई मार्केट के स्थानांतरित कर दिया गया। हालांकि यहा पर भी मंदिर समिति के लोगों ने भी विरोध जताया। बाद में आबकारी अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर शिकायतकर्ताओं को जिलाधिकारी से शिकायत करने की बात कही। वहीं क्षेत्र के गांव झुनझुनी में भीम ने आवंटित शराब के ठेके के खोले जाने को ग्रामीण में विरोध किया। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए ठेके संचालक ने गत वर्ष संचालित दुकान से 50 मीटर दूर स्थित होटल के पास शराब की दुकान का संचालन शुरू कर दिया है। थाना प्रभारी का कहना है कि मामला शांत कर दिया गया था और दुकान दूसरी जगह शिफ्ट कर दी गई अब कोई विवाद नहीं है।