
मेरठ, 15 अप्रैल 2025: मेरठ परिक्षेत्र के चारों जनपदों में पुलिस प्रशासन ने ठगों और जालसाजों पर नकेल कसने के लिए विशेष अभियान “ऑपरेशन जालसाज” की शुरुआत कर दी है। इस अभियान की घोषणा पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मेरठ परिक्षेत्र श्री कलानिधि नैथानी ने की। अभियान का उद्देश्य फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और साइबर ठगी जैसे अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण करना है।
डीआईजी नैथानी के अनुसार, आए दिन नौकरी के नाम पर, सरकारी योजनाओं में लाभ दिलाने या अधिकारियों से संपर्क बताकर ठगी की घटनाएं सामने आती रहती हैं। विशेष रूप से गरीब और अशिक्षित नागरिक इन अपराधों के शिकार बनते हैं। ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पूरे परिक्षेत्र में यह अभियान चलाया जा रहा है।
तीन दिन में होगी जांच, होगी सख्त कार्रवाई
अभियान के अंतर्गत एन्टी फ्रॉड टीम (AFT) का गठन किया गया है, जो शिकायत मिलने के तीन दिन के भीतर जांच पूरी कर उचित कानूनी कार्रवाई करेगी। प्रत्येक टीम एक अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में काम करेगी। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो आरोपियों के खिलाफ गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्यवाही की जाएगी।
ठगों का बनेगा थाना स्तर पर डेटाबेस
अभियान के दौरान हर थाने में ठगों और जालसाजों का डेटाबेस तैयार किया जाएगा। इसके अलावा प्रतिदिन प्रगति की समीक्षा होगी और हर 15 दिन में लम्बित मामलों की समीक्षा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक या पुलिस अधीक्षक स्वयं करेंगे।
इन पर रहेगी पुलिस की खास नजर:
नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह
सरकारी योजनाओं और भर्तियों के नाम पर धोखा देने वाले
फर्जी अधिकारी बनकर ठगी करने वाले
नकली दस्तावेज और करेंसी तैयार करने वाले
महिलाओं, वृद्धों और असहाय लोगों को मदद के बहाने ठगने वाले
साइबर अपराधी और संगठित ठगी गिरोह
डीआईजी नैथानी ने स्पष्ट किया कि अब ठगों को बख्शा नहीं जाएगा और मेरठ परिक्षेत्र में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं रहेगी।