

आईआरएफ रैंकिंग-2022 में शानदार प्रदर्शन के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भारत के टॉप विश्वविद्यालयों में 29वां रैंक हासिल करके अपनी उत्कृष्टता साबित की है। इस उपलब्धि के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी भारत की सबसे यंग यूनिवर्सिटी बन गई है, जो भारत के टॉप 30 विश्वविद्यालयों में शुमार है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने सभी विश्वविद्यालयों में दूसरा तथा पंजाब और ट्राईसिटी के प्राइवेट विश्वविद्यालयों में पहला स्थान हासिल किया है। ये शब्द चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो. चांसलर डॉ. आरएस बावा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से कहे। इस समय वह 45 करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप के साथ यूनिवर्सिटी की राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश-सह-छात्रवृत्ति परीक्षा सीयूसीईटी-2022 के दूसरे चरण के उद्घाटन के लिए मेरठ, उत्तर प्रदेश में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
“चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी न केवल सबसे युवा, बल्कि देश की एकमात्र यूनिवर्सिटी है, जो क्यूएस वर्ल्ड, क्यूएस एशिया, एनआईआरएफ या एनएएसी जैसी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है। एनआईआरएफ रैंकिंग 2022 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भारत के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में ओवरऑल 48वां स्थान हासिल किया है, जबकि सभी सार्वजनिक और प्राइवेट संस्थानों में चौथा स्थान तथा पंजाब और ट्राइसिटी के सभी प्राइवेट संस्थानों में पहला स्थान हासिल किया है।
अपने अप-टू-डेट एकेडमिक मॉडल और विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त 150 से अधिक कोर्सों के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं टॉप मल्टीनेशनल कंपनियों की पहली पसंद बन गई है और हर गुजरते साल के साथ यूनिवर्सिटी नई ऊंचाइयों को छू रही है। कोविड-19 महामारी के प्रतिकूल प्रभाव के बावजूद, इस साल अब तक 900 से ज्यादा कंपनियां चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की प्लेसमेंट ड्राइव में शामिल हुई हैं। डॉ. बावा ने कहा कि बैच 2022 के छात्रों को टॉप मल्टीनेशनल कंपनियों ने 9500 से ज्यादा प्लेसमेंट ऑफर दिए हैं, जिनमें 1.70 करोड़ रुपये के उच्चतम पैकेज की पेशकश की गई है।
“बैच 2022 की कैंपस प्लेसमेंट के दौरान गूगल, डेल टेक्नोलॉजी, विप्रो, कॉग्निजेंट और अमेज़ॅन जैसी विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों से उत्तर प्रदेश के 1680 छात्रों को प्लेसमेंट ऑफर मिले हैं। कैंपस प्लेसमेंट में नौकरी पाने वाले यूपी के कुल छात्रों में से 25% यानी 433 लड़कियां हैं। उल्लेखनीय है कि 953 छात्र विभिन्न इंजीनियरिंग कोर्सों से संबंधित हैं, जबकि 312 एमबीए पास-आउट स्टूडेंट हैं। डॉ. बावा ने बताया कि यूपी के इन 1680 छात्रों में से 133 लड़के और लड़कियां मेरठ के रहने वाले हैं, जिन्हें गूगल, डेल टेक्नोलॉजी, विप्रो, कॉग्निजेंट और एमेजन जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों से ऑफर मिले हैं।
डॉ. बावा ने बताया कि यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे मेरठ के अभ्युद्य सिंह को 3 कंपनियों से प्लेसमेंट ऑफर मिले हैं, जिनमें टिएटोईवरी इंडिया, एमडॉक्स डेवलपमेंट सेंटर इंडिया और एफआईएस ग्लोबल कोरपोरेशन शामिल हैं, जबकि एमसीए की छात्रा आयुषी रूहेला को एक्सेंचर, अलर्ट एंटरप्राइज और एडिफेक्स टेक्नोलॉजीज से प्लेसमेंट ऑफर मिले हैं।
डॉ. बावा ने बताया कि 25 से अधिक कंपनियों ने हमारे छात्रों को 25 लाख रुपए या उससे अधिक के वार्षिक पैकेज की पेशकश की है, वहीं 400 से अधिक कंपनियों ने 5 लाख रुपए से ज्यादा के वार्षिक पैकेज की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि न केवल नौकरियां, बल्कि दिग्गज कंपनियों चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों को एक लाख रुपए और उससे अधिक के मासिक वजीफे पर इंटर्नशिप के ऑफर दिए हैं।
“चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में जगह बनाने वाला सबसे युवा विश्वविद्यालय बन गया है, जिसने साल-2023 के लिए वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में दुनिया भर में टॉप 800 संस्थानों में जगह बनाई है। अपनी स्थापना के मात्र 10 साल के भीतर, इस रैंकिंग में देश भर के प्राइवेट विश्वविद्यालयों में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने तीसरा रैंक हासिल किया है, जबकि सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में ओवरऑल 21वें स्थान पर रही है, वहीं इस रैंकिंग में स्थान पाने वाली पंजाब का पहली यूनिवर्सिटी बन गई है।
रिसर्च और इंडस्ट्री के क्षेत्र में यूनिवर्सिटी के बारे में बात करते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों और शिक्षकों ने इंजीनियरिंग, आईटी, साइंस और हैल्थकेयर के क्षेत्र में 1800 से ज्यादा पेटेंट फाइल किए हैं, जिसमें से 100 से ज्यादा पेटेंट उत्तर प्रदेश के छात्रों ने फाइल किए हैं। डॉ. बावा ने बताया कि छात्रों को रिसर्च के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए इस साल 12 करोड़ रुपए का विशेष बजट आरक्षित किया गया है। उन्होंने कहा, “कैंपस में 30 से अधिक उद्योग-प्रायोजित एक्सीलेंस और ट्रेनिंग सेंटर हैं, जहां छात्रों को व्यावहारिक ट्रेनिंग और अनुभव प्रदान कर उद्योग जगत की मांग के अनुसार तैयार किया जाता है।”
डॉ. बावा ने कहा कि यूपी के युवा छात्र यूनिवर्सिटी के टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर में अपना स्वयं का स्टार्ट-अप स्थापित करके बहुत योगदान दे रहे हैं। सीयू-टीबीआई में कुल 114 स्टार्ट-अप में से 21 यूपी के छात्रों द्वारा स्थापित किए गए हैं। डॉ. बावा ने बताया कि छात्रों को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए यूनिवर्सिटी ने 80 देशों में 450 टॉप विश्वविद्यालयों के साथ टाईअप किया है।
सीयूसीईटी-2022 के दूसरे चरण, का उद्घाटन करते हुए डॉ. बावा ने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी द्वारा साल 2022 के लिए सीयूसीईटी-2022 प्रोग्राम के तहत देशभर के छात्रों को 45 करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप के तहत 100 प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इंजीनियरिंग, एमबीए, लॉ, फार्मेसी और एग्रीकल्चर कोर्सों में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के लिए यह परीक्षा देना अनिवार्य होगा तथा देशभर के विद्यार्थी https://cucet.cuchd.in/ की वेबसाइट पर परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सीयूसीईटी-2022 एक ऑनलाइन परीक्षा है, जो छात्रों को अपना स्लॉट चुनने के लिए लचीलापन प्रदान करती है और उन्हें अपनी पसंद के पाठ्यक्रम में 100% तक शैक्षणिक स्कॉलरशिप प्राप्त करने के योग्य बनाती है। उन्होंने कहा कि देश के मैरिटोरियस और प्रतिभावान छात्रों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई सीयूसीईटी स्कीम के तहत अब तक 63,000 से अधिक छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अब तक 15,000 छात्रों ने सीयूसीईटी स्कॉलरशिप स्कीम का लाभ उठाया है।