
- नोट में लिखा- मुझे ब्लड कैंसर है मेरा जीना भी बेकार है

मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत निवासी वर्तमान में नई दिल्ली में लोधी रोड स्थित काम्पलैक्स निवासी आरजू (23 साल) पुत्री राजकुमार बीएससी नर्सिंग तृतीय वर्ष की छात्रा थी। वह आनंद हॉस्पिटल से बीएससी नर्सिंग की छात्रा थी। उसका तीसरा साल चल रहा था। छात्रा को कैंसर की बीमारी थी, बताया गया कि दिल्ली में छात्रा का इलाज भी चल रहा था।
सोमवार को जब सहपाठी छात्राओं को संदेह हुआ कि आरजू कॉल नहीं उठा रही वहीं उसका हॉस्टल का गेट भी बंद है। जिसके बाद संदेह होने पर पुलिस को बुलाया। मौके पर पहुंची मेडिकल पुलिस ने देखा तो पता चला की छात्रा फंदे पर लटकी हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं छात्रा के परिजन भी मेरठ पहुंच गये। परिजनों ने बताया कि पता नहीं अचानक क्या हुआ।
इंस्पेक्टर मेडिकल बच्चू सिंह के अनुसार गढ़ रोड पर आनंद अस्पताल का आनंद नर्सिंग कॉलेज है। इसी कॉलेज में नई दिल्ली में लोधी रोड स्थित काम्पलैक्स निवासी आरजू (23 साल) पुत्री राजकुमार बीएससी नर्सिंग तृतीय वर्ष की छात्रा थी। छात्रा का मूल परिवार हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है। रविवार 10 बजे छात्रा की अपनी सहपाठी छात्रा से बात हुई। उसके बाद वह सोने की बात कहकर रूम में चली गई। जहां आरजू ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।
मेरा जीना बेकार है
मेडिकल पुलिस को छात्रा द्वारा हाथ से लिखा एक सुसाइड नोट भी मौके से मिला। छात्रा ने चुनरी से फंदा बनाकर फांसी लगाई। पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में लिखा है कि मुझे ब्लड कैंसर है, मैं जो पढ़ाई में मेहनत कर रहीं हूं वह भी बेकार है। मैं अपनी मौत की खुद जिम्मेदार हूं। मैं इस स्थिति में जीना नहीं चाहती, मेरी सारी मेहनत बेकार जा चुकी है।