
लखनऊ:- पुस्तक मेला 2025 के तीसरे दिन साहित्य व पत्रकारिता की दुनिया में एक यादगार कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसमें वरिष्ठ पत्रकार श्रीधर अग्निहोत्री की नई पुस्तक ‘अनसुने सितारे’ का विमोचन तथा वरिष्ठ पत्रकार-साहित्यकार डॉ. मनीष शुक्ल की पुस्तक ‘मैं स्वयंसेवक’ पर विशेष चर्चा आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण आयोजन के मुख्य अतिथि के तौर पर यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार गिरीश चंद्र मिश्र ने की।
वही कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि ब्रजेश पाठक ने दोनों पुस्तकों की विषयवस्तु और उनके सामाजिक-साहित्यिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए किया। श्रीधर अग्निहोत्री की पुस्तक ‘अनसुने सितारे’ में भारतीय समाज के अनछुए पहलुओं को पत्रकारिता के दृष्टिकोण से गहराई से प्रस्तुत किया गया है। इस पुस्तक में समाज के ऐसे हिस्सों की चर्चा की गई है, जिनके संघर्ष, पीड़ा और उपलब्धियों को अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। वहीं, डॉ. मनीष शुक्ल की पुस्तक ‘मैं स्वयंसेवक’ पर चर्चा के दौरान उनके जीवन के अनुभव और समाज सेवा से जुड़े प्रेरणादायक पहलुओं को उजागर किया गया। डॉ. शुक्ल ने बताया कि कैसे स्वयंसेवा ने उनके जीवन को दिशा दी और समाज के लिए योगदान का माध्यम बना। वही मान्यता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने पुस्तकों की अहम जानकारियां लोगों के साथ साझा कर कलम को चुनौतियों से लड़ने एवं निष्पक्ष लिखने की आजादी को समाज एवं सरकार हित में अहम भूमिका निभाने की सलाह दी जिससे समाज एवं सरकार में लोगों के प्रति विश्वास को कायम रखा जा सके
कार्यक्रम में साहित्यिक जगत की कई हस्तियों, पत्रकारों, लेखकों और पाठकों ने भाग लिया। उन्होंने दोनों पुस्तकों की सराहना की और इसे समाज के हर वर्ग के लिए उपयोगी बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गिरीशचंद्र मिश्र ने कहा कि इस तरह की पुस्तकें समाज में जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनती हैं। लखनऊ पुस्तक मेला में यह आयोजन साहित्य प्रेमियों के लिए एक प्रेरणास्पद अनुभव रहा, जिसने समाज, पत्रकारिता और सेवा के महत्वपूर्ण संदेश को उजागर किया।