
हापुड़ (प्रवीण शर्मा) – शनिवार को पीईटी परीक्षा का माहौल था। चारों ओर छात्र-छात्राएँ अपने केंद्रों की ओर दौड़ रहे थे। लेकिन इसी बीच बुलंदशहर से आईं दो छात्राएँ के सामने अचानक ऐसा संकट आ गया जिसने उनके भविष्य को दांव पर लगा दिया।
आपको बता दे कि शबनम और आशा दोनों स्कूटी से थाना देहात क्षेत्र स्थित एल.एन. पब्लिक स्कूल परीक्षा केंद्र जा रही थीं। जैसे ही वे हाइवे पर पहुँचीं, उनकी स्कूटी अचानक खराब हो गई। समय तेजी से बीत रहा था, परीक्षा केंद्र पर एंट्री का वक्त करीब था और हाईवे पर तेज रफ्तार गाड़ियों के बीच दोनों छात्राएँ बेबस खड़ी थीं। इसी दौरान थाना देहात प्रभारी विजय गुप्ता की गश्त करते समय नजर दोनों छात्राओं पर पड़ी जिसे देखकर तुरंत गाड़ी रोकी। हालात समझते ही उन्होंने दोनों को अपनी पुलिस वाहन में बैठाया और तेज़ी से परीक्षा केंद्र की ओर रवाना हो गए। रास्ते भर छात्राएँ चिंतित थीं, लेकिन पुलिस ने भरोसा दिलाया—समय पर पहुँच जाओगी।
कुछ ही देर में दोनों केंद्र पहुँच गईं। एडमिट कार्ड चेक हुआ और वे समय रहते परीक्षा हॉल में दाखिल हो गईं। बाहर निकलते समय उनके चेहरे पर राहत और आँखों में कृतज्ञता झलक रही थी। परीक्षा के बाद पुलिस ने उनकी स्कूटी भी ठीक करवा कर मंगवाई और सुरक्षित उन्हें वाहन के साथ वापस भेजा। भावुक होकर शबनम और आशा बोलीं पुलिस अंकल हमने नहीं सोचा था कि स्कूटी धोखा दे देगी। हमें लग रहा था कि हमारी परिक्षा के लिए की मेहनत बेकार जाएगी। लेकिन पुलिस हमारे लिए देवदूत बनकर आई। आज हमें एहसास हुआ कि वर्दी में सिर्फ सख्ती नहीं, संवेदनशीलता भी छिपी होती है।
वही उक्त घटना की जानकारी पर बोले पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने कहा पुलिस का मकसद केवल अपराध रोकना ही नहीं, बल्कि जनता की मदद करना भी है। परीक्षा जैसे मौके बच्चों के भविष्य के लिए बेहद अहम होते हैं। मुझे गर्व है कि हमारी टीम ने संवेदनशीलता दिखाते हुए छात्राओं को समय पर पहुँचाया।