
हापुड : अन्तरराष्ट्रीय मानव मिलन के संस्थापक राष्ट्रसंत जैन मुनि डाo मणिभद महाराज ने आज श्री सुमितनाथ श्वेतांबर जैन मन्दिर दादावाडी मे कहा कि मानव को जन्म के साथ ही सुख दुख मिलना प्रारम्भ हो जाते हैं जो उसके पूर्व जन्म के कर्मो का फल है हम सुख पाकर अहंकार करते है और दुख मे बेहद दुखी हो जाते है यदि हम दुख को स्वीकार न करे तो दुखी नही होगे। अच्छे विचार हमे सन्मार्ग पर ले जाते है सत्संग, मन्दिर हमे सम्यक दृष्टि लेकर जाती है। उन्होंने अपनी सर्वोदय शान्ति यात्रा की जानकारी दी। यह सर्वोदय यात्रा दिल्ली से प्रारंभ हुई है जो नेपाल तक पदयात्रा करेगी। मुनि महाराज मेरठ से पदयात्रा करते हुए हापुड आए है और बुलन्दशहर, अलीगढ, आगरा, कानपुर, सोनाली होते हुए नेपाल जाएगे। इस पदयात्रा का उद्देश्य भगवान महावीर के संदेश भाईचारा, अहिंसा, जीवदया, आपसी सौहार्द को जन जन तक पहुंचाना है। इस अवसर पर जैन मिलन के अध्यक्ष पंकज जैन, उपाध्यक्ष सुरेश चन्द जैन, विकास जैन, प्रेम चन्द जैन, नरेंद्र जैन, मनोज जैन, भाजपा के क्षेत्रीय महामंत्री डाoविकास अग्रवाल, सासद प्रतिनिधि विनोद गुप्ता, सघ के नगर प्रचारक सतपाल सिंह, नरेंद्र अग्रवाल, सजय कृपाल गर्ग, नानक चन्द, सेवाभारती के जिलाध्यक्ष नरेश मिश्रा, जिला मंत्री ओमप्रकाश, जिला कोषाध्यक्ष सुरेश चन्द जैन, शकर सैनी , विजय चौहान, मनोज अग्रवाल, सुधांशु माहेश्वरी, सुधीर कुमार चोटी ,अमित कौशल सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे।