- गढ़ रोड पर स्थित मृतक की दुकान का जबरन कराया था बैनामा
- डेढ़ करोड़ की दुकान को एक करोड़ में कराया बिक्री
- मृतक के पिता की तहरीर पर चार आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
हापुड़
सूदखोरों की प्रताड़ना से परेशान होकर नगर निवासी व्यापारी राजीव ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। लेकिन, अपने पीछे वह कई अनसुलझे सवाल छोड़ गया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि हाल ही में मृतक ने एक करोड़ रुपये सूदखोरों को दिए थे। लेकिन, इसके बाद भी उनका कर्ज नहीं उतरा। मंगलवार को पुलिस ने मृतक के पिता व पत्नी के बयान भी दर्ज किए हैं। लेकिन, पीड़ित परिवार इस सदमें से उभर नहीं पा रहा है।
बता दें कि नगर के मोहल्ला शिवपुरी निवासी राजीव का एलएन रोड पर सनमाईका के गोदाम पर बैठे थे। इसी बीच राजीव ने कमरे में खुद को पिस्टल से गोली मार ली। गंभीर हालत में व्यापारी को मेरठ के एक अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जहां उपचार के दौरान राजीव ने दम तोड़ दिया था। इस मामले में पुलिस ने जानकारी की तो पता चला कि कर्जा मांगने को लेकर कुछ लोग राजीव पर दवाब बना रहे थे। प्रताड़ना से परेशान होकर राजीव आत्महत्या करने को मजबूर हो गया।
मृतक के पिता की तहरीर पर नगर निवासी योगेश दलाल, मनीष कंसल उर्फ मख्खन, हेमचंद सर्राफ व संजीव के खिलाफ पुलिस से रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मंगलवार को पुलिस मुकदमें की छानबीन के लिए मृतक के घर पहुंची। जहां उसकी पत्नी व पिता से पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए। कुछ दस्तावेजों को भी पुलिस ने खंगाला। हालांकि पुलिस अभी तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है।
राजीव पर दबाव बनाकर बिक्री करा दी थी दुकान-
– मृतक के पिता पूरनमल ने बताया कि एक माह पहले सूदखोरों ने गढ़ रोड स्थित दुकान को बेचने का दबाव राजीव पर बनाया था। राजीव ने उचित दाम में दुकान बिक्री करने की बात कही। लेकिन, आरोपितों ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये की दुकान को महज एक करोड़ में किसी व्यापारी को दिलवा दी। दुकान बिक्री करने की ऐवज में मिले रुपयों को भी आरोपितों ने हड़प लिया है। इसके बाद वह राजीव पर उसकी अन्य संपत्ति को बेचने का भी दबाव बना रहे थे। तीन दिन पहले राजीव ने पिता को इस संबंध में बताया था।
मूल से ज्यादा रुपये अदा कर भी कम नहीं हुआ कर्ज –
- पूरनमल ने बताया कि राजीव धीरे-धीरे सूदखोरों से लिए रुपये वापस लौटा रहा था। कर्ज लिए रुपयों को पूरा वह लौटा चुका था। लेकिन, सूदखोरों के ब्याज के तले वह दब चुका था। उसने धीरे-धीरे ब्याज की रकम लौटाने का आश्वासन दिया था। बावजूद उसके सूदखोर उसे प्रताड़ित कर रहे थे।
पत्नी व बच्चों पर मड़राए संकट के बादल –
– पूरनमल ने बताया कि व्यापार में घाटा और सूदखोरों ने पहले पुत्र राजीव व उसके परिवार की कमर तोड़कर रख दी थी। अब राजीव की मौत के बाद उसकी पत्नी शालिनी, पुत्र अर्पित व पुत्री शैली का रो-रोकर बुरा हाल है। ऐसे में पुत्रवधु, पौत्र व पौत्री के भविष्य पर संकट के बादल मंड़राने लगे है।
क्या बोले अधिकारी –
- मुकदमा दर्ज कर गहनता से पुलिस केस से जुड़े विभिन्न बिंदुओं की जांच कर रही है। जांच में दोषी पाए जाने वाले आरोपितों के खिलाफ किसी भी प्रकार की नर्मी नहीं बरती जाएगी। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। ….एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा
नामजद शहर से फरार, अन्य व्यापारियों में अफरा-तफरी
- राजीव की मौत के बाद शहर के व्यापारियों में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। मुकदमा दर्ज होने के बाद नामजद आरोपित भी शहर छोड़कर फरार हो गए हैं। बताया जा रहा है कि शहर के कुछ अन्य व्यापारियों ने भी राजीव को कर्ज दिया था। ऐसे में उनकी सांसे भी फूलने लगी हैं। उन्हें भी अपना रुपया डूबता नजर आ रहा है।
राजीव की काल डिटेल व बैंक खातों को खंगालने में जुटी खाकी
- नामजद अारोपितों व उनके स्वजन के खातों की होगी जांच
हापुड़सूदखोरों की प्रताड़ना को मापने के लिए खाकी अात्महत्या करने वाले नगर निवासी व्यापारी राजीव की काल डिटेल व बैंक खातों में रुपयों के लेन-देन का ब्यौरा खंगालने में जुटी है। इतना ही नहीं नामजद अारोपित व उनके स्वजन भी पुलिस की रडार पर हैं।
सीअो सिटी वैभव पांडेय ने बताया कि मृतक राजीव के फोन काल डिटेल व बैंक खातों की जानकारी एकत्र की जा रही हैं। नामजद अारोपित व उनके स्वजन के भी बैंक खातों का ब्यौरा जुटाया जा रहा है। दोनों पक्षों के बीच-लेन देन की स्थिति को स्पष्ट किया जा रहा है। राजीव को किन-किन माध्यमों के जरिए अारोपितों ने प्रताड़ित किया उसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है। दोनों पक्षों के बीच फोन, इंटरनेट मीडिया के जरिए भेजे गए मैसेज, अाडियो रिकार्डिंग व अन्य चीजों को एकत्र किया जा रहा है। ताकि किसी ठोस नतीजे पर पुलिस कार्रवाई पहुंच सके।———