हापुड़। प्रदेश की योगी सरकार ने माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दे रखे हैं। जिसको लेकर देश के अन्य राज्यों में योगी सरकार की माफियाओं के प्रति कार्रवाई नजीर बन रही है। देश व प्रदेश की जनता योगी सरकार की माफियों के प्रति हो रही कार्रवाई को खूब पसंद कर रही है। जिस पर योगी को बुलडोजर बाबा भी कहने लगे थे। प्रदेश में माफियाओं की कमर तोड़ कार्रवाई देश के अन्य राज्यों में चर्चाओं का विषय बन रही है। जिले के अधिकारियों की कार्यशैली से लगता है कि उनके पास योगी सरकार के किसी नियम नीति की जानकारी नही है। क्योंकि जिले में आये दिन भू—माफिया एवं खनन माफिया किसी ना किसी कारनामों को लेकर सुर्खियां में बने रहते है।अधिकारियों चुप्पी उनके चरित्र का चीरहरण करती नजर आती है। कई बार भ्रष्टाचार के आरोपों खुलासे अधिकारियों की गिरफ्तारी ने अधिकारियों की कार्यशैली पर तो प्रश्न चिह्न लगा रही है साथ ही सरकार की छवि को भी धूमिल कर रही है। आपको बता दे कि हापुड़ पिलखुआ विकास प्राधिकरण की आनंद विहार योजना को महत्वपूर्ण योजनाओं में शुमार है। उक्त योजना में जिले के उच्च पदों पर आसीन अधिकारियों के कार्यालयों के साथ—साथ आवास भी है। एल ब्लाक के सामने सात नम्बर सड़क से अधिकांश छोटे बडे अधिकारियों की आना जाना लगा रहता है। उसके बाद भी बेखौफ भू—माफियों एवं खनन माफियों ने आनंद विहार के किनारे बसे गांव सबली में करीब 50 बीधा खेती की जमीन की बाउंड्री कर उसका अवैध तरीके से भराव कर दिया। उक्त मामले पर अधिकारियों की चुप्पी अधिकारियों की कार्यशैली पर प्रश्न चिह्न लगा रही है। सड़क व नाले को तोड़कर प्राधिकरण का तो नुकसान किया ही साथ सरकार को खनन से मिलने वाले लाखों के राजस्व का भी चूना खनन विभाग की निष्क्रियता के चलते लग रहा है। अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहा है। उक्त मामले की जानकारी अधिकारियों को क्यों नही लगी या कोई खेल माफियां एवं अधिकारियों के गठजोड़ से खेला जा रहा है।जो पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का विषय बना हुआ है।
प्राधिकरण के सचिव प्रवीण गुप्ता से बात कि तो उन्होंने उक्त मामले की जानकारी होने से इंकार करते हुए कहां कि वह मामले की जांच कराकर सख्त कार्रवाई की जायेगी।
खनन अधिकारी नीलू शर्मा से मिट्टी खनन को लेकर बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन नम्बर बंद आ रहा था