वन जंगल में बालू खदान करने वालों की शामत आई

PU


-वन विभाग ने 11 को नामजद कर मुकदमा लिखाया
-बालू खनन होने से पेड़ों की जड़ हो रहीं खोखली

गढ़मुक्तेश्वर – वन विभाग के जंगल में बालू का अवैध खदान करते हुए जड़ों को खोखली करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। गढ़ में मेला मार्ग पर मस्ताराम कुटी के सामने रामपुर न्यामतपुर वन खंड का सरकारी जंगल है, जिसमें विभिन्न प्रजाति से जुड़े हजारों हरे भरे पेड़ लहलहा रहे हैं। वन विभाग के उक्त जंगल में कुछ लोग दिन ढलते ही बालू के खदान का अवैध गोरखधंधा चलाते आ रहे हैं। जो बुग्गियों में बालू भरकर उसे निर्माण कराने वालों के साथ ही रेत माफिया के तयशुदा ठिकाने पर पहुंचाकर अपनी जेब गरम कर रहे हैं। वन विभाग के जंगल में अवैध रूप से बालू का उठान होने के कारण जगह जगह गहरे गड्ढों की भरमार हो रही है। जिससे आसपास वाली मिट्टी हटने पर जड़ खोखली होने से हरे भरे सैकड़ों पेड़ों के अस्तित्व पर गंभीर संकट मंडरा रहा है। क्योंकि इसी के चलते दर्जनों पेड़ धराशाई तक हो चुके हैं। जिससे वन विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए। वन रक्षक सोनू कुमार ने ललित, नेमपाल, नवरतन, पवन, डालचंद, ओमवीर, अजय सिंह  निवासी कुदैनी मंढैया, चंद्रकिरण, अजयसिंह, सत्ते सिंह और जगदीश निवासी गांव चकलठीरा के विरुद्ध गढ़ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।  जिसमें उल्लेख किया गया है कि उक्त सभी लोग रात के अंधेरे में वन विभागके जंगल से अवैध ढंग में चोरी छिपे बालू रेत निकालने का कार्य कर अवैध धन अर्जित कर रहे हैं।जिससे वन विभाग की संपत्ति को नुकसान होने के साथ ही सैकड़ों हरे भरे पेड़ों के अस्तित्व को गंभीर संकट उत्पन्न हो रहा है। इंस्पेक्टर नीरज कुमार का कहना है कि तहरीर के आधार पर वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश कराई जा रही है।

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