
गढ़मुक्तेश्वर – प्राचीन गंगा मंदिर पुष्पावती पोर्ट में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस में कथा व्यास पंडित राम कृष्ण दास जी ने बताया कि मुक्ति का साधन है भागवत कथा l भगवान के 24 अवतारों का वर्णन करते हुए बताया कि मनचाही होती नहीं प्रभु चाहे तत्काल. राजा बलि चाहते स्वर्ग को हरि ने भेज दिया पाताल भागवत कथा के नवम स्कंध में चार अध्याय में राम कथा का वर्णन किया इसके बाद में चंद्र वंश का वर्णन करते हुए भगवान श्री कृष्ण का प्राकट्य उत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया भगवान श्री कृष्ण की बाल रूप की झांकी बड़ी सुंदर निकल गईमुख्य यजमान संजीव शर्मा गुड़िया शर्मा चुनमुन स्वामी जी अलका शर्मा सुरेश सैनी वीर सिंह केवट कृष्ण अवतार शर्मा मोनू शर्मा आदेश प्रधान जी मूलचंद शर्मा फौजी विक्रम केवट महेश सैनी चरण सैनी हरिश्चंद्र राणा बृजेश शर्मा फतेह केवट कनक शर्मा दिव्यांश वशिष्ठ महेश यादव ओमवीर आदि मौजूद रहे।
