
गढ़मुक्तेश्वर – नव वर्ष के पहले ही दिन सर्दी के प्रकोप के तेवर और भी तल्ख होने से बर्फ जैसी ठंडी हवा ने हर किसी की कंपकंपी छुड़ा दी। नव वर्ष के पहले ही दिन बुधवार को सर्दी के तेवर नरम पडऩे की बजाए और भी अधिक तल्ख हो गए। सुबह से लेकर देर शाम तक आकाश में बादलों की आवाजाही का सिलसिला चलता रहा है, जिससे बर्फ जैसी ठंडी हवा ने घर से बाहर निकलते ही हर किसी की कंपकंपी छुड़ा दी। चंद मिनटों के लिए सूरज के दर्शन हो पाए मगर धूप असर होने से कोई राहत मिल पाना संभव नहीं हो पाया। नए साल के पहले ही दिन ठंड का प्रकोप और अधिक बढऩे से गढ़, ब्रजघाट, सिंभावली और बहादुरगढ़ क्षेत्र में आम जनजीवन काफी हद तक प्रभावित रहा। जिससे दिन में नए साल को लेकर कोई खास कार्यक्रम नहींहो पाए। -बर्फ जैसी ठंडी हवा ने छुड़ाई जमकर कंपकंपी
-देर शाम तक बादलों की आवाजाही चलती रही
-चंद मिनट के लिए हो पाए सूरज के दर्शन, चमक रही बेहद फींकी
-आम जनजीवन रहा बुरी तरह प्रभावित