
● एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी
● धनाढ्यों ने गरीब निराश्रितों को भोजन कपड़े दान दिए
गढ़मुक्तेश्वर – मकर संक्रांति के पावन अवसर पर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दर्जनों जनपद से आए श्रद्धालुओं ने ब्रजघाट, पुष्पावती पूठ और लठीरा के कच्चे घाट पर गंगा मैया में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्यार्जित किया। बाहरी प्रांतों के श्रद्धालुओं का आगमन सोमवार की दोपहर को ही प्रारंभ हो गया था, जिसके चलते रात होने पर तीर्थनगरी में चौतरफा चहल पहल बढऩे के साथ ही बाजारों में भी रंगत बन गई थी। प्रात:काल में चार बजे ब्रह्मकाल प्रारंभ होते ही अधिकांश भक्तों की भीड़ गंगा किनारे एकत्र हो गई थी। जहां हर हर गंगे के जयकारों के बीच ठिठुरती सर्दी के बीच मोक्ष दायिनी में डुबकी लगाने का क्रम प्रारंभ हो गया था, जो देर शाम में सूर्यास्त होने तक निरंतर चलता रहा। अधिकांश भक्तों ने डुबकी लगाने के उपरांत जलधारा में खड़े होकर भगवान भास्कर को अघ्र्य दिया। अधिकांश भक्तों ने किनारे पर बैठे पंडितों से भगवान सत्यनारायण और मकर संक्रांति पर्व की कथा सुन उन्हें दक्षिणा दी। भक्तों ने तीर्थनगरी के प्रसिद्ध धर्मस्थलों में पहुंचकर अपने ईष्टदेवों के समक्ष मत्था टेककर मनौती भी मांगीं।
● धनाढ्यों ने गरीब निराश्रितों को भोजन वस्त्र का दान दिया
दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ, बुलंदशहर, मुरादाबाद, फरीदाबाद जैसे महानगरों से आए धनाढ्यों ने गंगा में डुबकी लगाकर मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में गरीब निराश्रितों को भोजन, वस्त्र और खिचड़़ी का दान देकर कारोबार में बढ़ोतरी और परिवारों में खुशहाली की कामना की।
● मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में विभिन्न स्थानों पर भंडारों का आयोजन कर लोगों ने खिचड़ी का प्रसाद बांटा
● गंगा आरती सभा ने प्रसाद वितरित किया
ब्रजघाट गंगा किनारे आरती सभा समिति के तत्वाधान में अध्यक्ष अशोक नागर, महामंत्री विष्णु नागर, संचालक कपिल नागर ने गंगा भक्तों समेत स्थानीय लोगों को खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया।
