गंगा एक्सप्रेसवे: समयसीमा व गुणवत्ता का संतुलन, मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्यों का लिया जायज़ा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरदोई, शाहजहांपुर और हापुड़ में किया निरीक्षण, निर्माण में तेजी व गुणवत्ता सुनिश्चित करने के दिए निर्देश

हरदोई/शाहजहांपुर/हापुड़।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे का स्थलीय व हवाई निरीक्षण किया और यूपीडा तथा निर्माण एजेंसियों को समयबद्धता के साथ उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने हरदोई, शाहजहांपुर और हापुड़ जिलों में चल रहे निर्माण कार्यों का बारीकी से जायज़ा लिया और श्रमिकों से मिलकर उनका उत्साहवर्धन भी किया।

मुख्यमंत्री ने ग्रुप-1 और ग्रुप-2 के कार्यों की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया, जबकि ग्रुप-3 और ग्रुप-4 में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वयं एक्सप्रेसवे पर करीब 5 किमी की कार यात्रा कर सड़क की गुणवत्ता और यात्राकलात्मकता (कम्फर्ट) का परीक्षण किया। मुख्यमंत्री को इस दौरान ज़्यूरिख यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित नवीनतम तकनीक से अवगत कराया गया, जो इस परियोजना में पहली बार उपयोग में लाई जा रही है।

तीन जनपदों में व्यापक निरीक्षण
निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री सबसे पहले हरदोई के बिलग्राम तहसील स्थित ग्रुप-3 के 347+000 चैन पर पहुंचे, इसके बाद शाहजहांपुर के जलालाबाद क्षेत्र में ग्रुप-2 (242+650 चैन) और अंत में हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर स्थित ग्रुप-1 (62+200 चैन) का निरीक्षण किया।

हवाई पट्टी व ब्रिज निर्माण का भी निरीक्षण
शाहजहांपुर में मुख्यमंत्री ने गंगा एक्सप्रेसवे पर प्रस्तावित 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी का हवाई सर्वेक्षण किया, जहां आगामी 2 और 3 मई को एयर शो प्रस्तावित है। यहां पहली बार नाइट लैंडिंग की योजना भी बनाई गई है। वहीं, हापुड़ में गंगा नदी पर बने पुल का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने वहां कार्यरत श्रमिकों से मुलाकात की और उनके साथ फोटो भी खिंचवाई। उन्होंने पुल निर्माण में लगे श्रमिकों और एजेंसी की सराहना करते हुए उन्हें निर्धारित समय में निर्माण पूर्ण करने के निर्देश दिए।

गंगा एक्सप्रेसवे: एक विकास यात्रा
करीब 594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ेगा। परियोजना का भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 18 दिसंबर 2021 को शाहजहांपुर में किया गया था। एक्सप्रेसवे का निर्माण 6 लेन में किया जा रहा है, जिसे भविष्य में 8 लेन तक विस्तारित किया जा सकता है। 120 मीटर चौड़ा राइट ऑफ वे और 120 किमी प्रति घंटा की डिज़ाइन स्पीड इस परियोजना को देश के सबसे आधुनिक एक्सप्रेसवे में शामिल करती है।

परियोजना में कुल 36,230 करोड़ रुपए की लागत आंकी गई है और यह 7453.15 हेक्टेयर भूमि पर फैली है। एक्सप्रेसवे से 12 ज़िले और 518 गांव सीधे तौर पर जुड़े हैं, जिससे कृषि, पर्यटन, व्यापार और निवेश के नए अवसर पैदा होंगे। परियोजना प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के अंतर्गत भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के मार्ग में एक महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है।

मुख्यमंत्री की निगरानी में गुणवत्ता की गारंटी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस परियोजना की व्यक्तिगत निगरानी कर रहे हैं, ताकि कार्य न सिर्फ समयसीमा में, बल्कि उच्चतम गुणवत्ता के साथ पूरा हो। उनके इस दौरे ने स्पष्ट कर दिया है कि गंगा एक्सप्रेसवे महज़ एक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के समग्र विकास का रोडमैप है।

निरीक्षण के दौरान मा0 राज्य मंत्री, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उधमशीलता विभाग एवं हापुड़ प्रभारी मंत्री कपिल देव अग्रवाल, मा0 मंत्री नरेन्द्र कश्यप जी भी मौजूद रहे।