बाबू के तबादले पर डीएफओ और मुख्य वन संरक्षण अधिकारी आमने-सामने

मुख्य वन संरक्षण अधिकारी के आदेश के बाबजूद डीएफओ ने बाबू नही किया रिलिव

मारपीट और भ्रष्टाचार के आरापों से घिरे डीएफओ के चहिते बाबू का हुआ तबादला

डीएफओ कार्यालय बना मारपीट का अखाड़ा कर्मचारियों ने एक दूसरे जमकर पीटा

हापुड़— जिले का वन विभाग आजकल फिर सुर्खियों में है। डीएफओ के कार्यालय में वैयक्तिक सहायक बाबू के पद पर तैनात खालिद के कारनामों को लेकर मुख्य वन संरक्षण अपने कार्यलय से सम्बद्व के आदेश कुछ दिन पूर्व कर दिए थे। मुख्य वन संरक्षण के आदेश को भी डीएफओ ने तांक पर रख आजतक रिलिव नही किया। जिसको लेकर जिले के अधिकारियों में चर्चाओं का बाजार गर्म है अब सवाल है कि कौन सी कि डीएफओ अपने वैयक्तिक सहायक को रिलिव नही कर रहे और रात्री 9—9 बजे तक कौन सा काम अपने वैयक्तिक सहायक से करा रहे है। सोमवार की रात्रि को एक वन दरोगा व खालिद के बीच जमकर हुई। डीएफओ खुद खालिद को लेकर नगर कोतवाली पहुंचे और वन दरोगा के खिलाफ तहरीर दिलाई। जैसे ही वन दरोगा को मामले की जानकारी हुई तो वन दरोगा भी विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ कोतवाली पहुंचा और उसने भी खालिद बाबू के खिलाफ तहरीर देकर कानूनी कार्यवाही की मांग वही सिटी कोतवाली पुलिस दोनों पक्षों की तहरीर लेकर मामले की जांच में जुट गई है।

आपको बता दे कि सोमवार की रात्रि डीएफओ का कार्यालय अखाड़े में तब्दील हो गया जब वन दरोगा संजीव कुमार और खालिद बाबू में जमकर मारपीट हो गई। डीएफओ सजय मल ने जिले के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को 4 बजे मिटिंग के अपने आॅफिस में बुलाया शाम करीब 6:30 तक चली मिटिंग के बाद सब अपने अपने गणत्वय के रवाना हो गये। वन दरोगा संजीव कुमार का हेलमेट व रजिस्टर एवं कैप डीएफओ कार्यालय में रह गया। जिसको लेने के लिए संजीव कुमार रात करीब 8:30 बजे पहुंचा तो उसने देखा कि खालिद बाबू आॅफिस में और सरकारी फाईलों को एक थैले में भर रहे है। और कम्पयूटर चला रहे थे। जिसको लेकर संजीव कुमार ने खालिद बाबू को टोक दिया। जिस पर खालिद बाबू आग बबूला हो गये। जिस पर दोनों में जमकर मापरपीट हो गई। जिसकी सूचना डीएफओ संजय मल को दी मौके पर पहुंचे संजय मल वन दरोगा को जमकर लताड़ा और डीएफओ संजय मल रात्रि करीब 9:30 पर खालिद बाबू को लेकर सिटी कोतवाली पहुंच गये हो वन दरोगा संजीव कुमार के खिलाफ तहरीर खालिद बाबू से दिला दी। जिसके विभाग के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों डीएफओ का विरोध करने लगे जिसके बाद वन दरोगा संजीव कुमार ने एक तहरीर खालिद बाबू के खिलाफ सिटी कोतवाली में दे दी। और रात्रि अधिक होने के चलते अपने—अपने घर चले गये। सुबह खालिद बाबू वन दरोगा संजीव कुमार सिटी कोतवाली पहुंचे ओर अपनी—अपनी तहरीर पर कार्यवाही की बात सिटी कोतवाली के डे अफसर से कहने लगे जिसके बाद डे—अफसर ने दोनों को ये कहकर सिटी कोतवाली से जाने के लिए कह दिया कि जांच के बाद कार्यवाही ​की जायेगी।

डीएफओ की मंशा पर उठे सवाल;खालिद बाबू के सामने क्यों नतमस्तक है साहब……

डीएफओ संजय मल पर उसके अधीनिस्त अधिकारी एवं कर्मचारी सहित जिले तमाम अधिकारी संजय मल और के इस रिश्ते पर चर्चाओं का बाजार गर्म है। ​आखिर डीएफओ साहब खालिद बाबू को क्यों नही कर रहे रिलिव और मुख्य वन संरक्षण एन के जानू के आदेशों की उडा रहे है धज्जियां। वही जब उक्त मामले पर डीएफओ संजय मल के मोबाईल नम्बर पर सम्पर्क करने की कई बार कोशिश गई लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया उनकी मंशा डीएफओ कार्यालय में चल रहे भ्रष्टाचार के खेल की तरफ इशारा कर रहे है।

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