
हापुड़। 10 दिन बाद पटरी पर दैनिक जीवन बुधवार को लौटा तो सड़कों पर रौनक बढ़ गई। जबकि फैक्ट्री भी नियमित चालू हो गईं। सड़कों पर भीड़ होने के चलते चौराहों पर जाम की स्थिति रही। हालांकि पुलिस कर्मियों की सतर्कता के चलते समय रहते जाम से निजात मिल गई।
दरअसल 14 जुलाई से सावन मास शुरू हुआ। सावन शुरू होते ही सड़कों पर कांवड़ियों का सैलाब उमड़ा। तो हाइवे व शहर की सड़कों पर आवाजाही रोक दी गई। डायवर्जन के चलते वैक्ल्पिक रास्तों से ही लोग निकले। लेकिन इसका सीधा असर दैनिक कार्यों पर पड़ा। फैक्ट्रियों में काम बंद हो गया। रही सही कसर श्रमिक न आने से पूरी हो गई। लगभग 30-40 फीसदी नुकसान हुआ। जोकि करोड़ों में है। ऐसे में 26 जुलाई को शिवरात्रि पर्व के बाद बुधवार को दैनिक कार्य शुरू हुए। फैक्ट्रियों व दफ्तरों में काम शुरू हुआ। ऐसे में लेाग सड़कों पर निकले तो प्रमुख चौराहों पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। सुबह आफिस व स्कूल जाने के लिए लेाग निकले तो उन्हें जाम का सामना करना पड़ा। नगर के तहसील चौराहा, अतरपुरा चौपला, मेरठ तिराहा पर वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम लगा। वहीं बाजार में भी पिछले दिनों की भांति रौनक दिखी। हालांकि उम्मीद के मुताबिक बाजारों में चहल पहल दुकानदारों को नजर नहीं आई।
