नए शराब ठेकों पर गाज़ियाबाद में बवाल, नागरिकों और संगठनों का विरोध तेज

PU



● आबकारी विभाग ने वर्ष 2025-26 के लिए ठेकों का आवंटन किया पूरा

● स्कूल, कॉलेज और धार्मिक स्थलों के पास ठेके खुलने से लोगों में आक्रोश

● प्रशासन ने गाइडलाइंस के पालन का किया दावा, शिकायत मिलने पर कार्रवाई का आश्वासन



गाज़ियाबाद। जनपद में वर्ष 2025-26 के लिए आबकारी विभाग द्वारा नए शराब ठेकों के आवंटन की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। इस बार कई पुराने ठेकों की जगह नए स्थानों पर शराब ठेके खोले गए हैं, लेकिन इन नए ठेकों को लेकर शहर में व्यापक विरोध देखने को मिल रहा है। कई स्थानों पर स्थानीय नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन किए, वहीं कुछ सामाजिक संगठनों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर ठेकों को स्थानांतरित करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि इन ठेकों को स्कूल, कॉलेज, मंदिर, मस्जिद और सब्ज़ी मंडियों जैसे सार्वजनिक और संवेदनशील स्थानों के आसपास खोला गया है, जिससे सामाजिक माहौल पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। स्थानीय निवासी नविता ने बताया,स्कूल और सब्ज़ी मंडी के पास ठेके खुलने से माहौल बिगड़ गया है। शराब पीकर लोग वहीं खड़े होकर गाली-गलौज और बदतमीज़ी करते हैं।महिलाओं और बच्चों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।वही, इंद्रजीत नामक एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने सुझाव दिया कि ऐसे ठेकों को शहर के बाहरी क्षेत्रों में एकत्रित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए ताकि उनका नकारात्मक प्रभाव कम हो। हालांकि, गाज़ियाबाद के आबकारी अधिकारी संजय सिंह का कहना है कि जनपद में जितने भी नए ठेके खोले गए हैं, वे राज्य सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार हैं। सभी ठेके सार्वजनिक स्थलों से कम से कम 50 मीटर की दूरी पर हैं। यदि किसी ठेके के विरुद्ध कोई लिखित शिकायत मिलती है, तो जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। समाजसेवी अरुण कुमार ने प्रशासन से अपील की है कि कॉलोनियों के भीतर शराब के ठेके न खोले जाएँ क्योंकि इससे युवाओं पर नकारात्मक असर पड़ता है। उन्होंने माँग की कि इन ठेकों को रिहायशी और धार्मिक स्थलों से दूर, एक अलग और नियंत्रित क्षेत्र में स्थानांतरित किया जाए।

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