मोदीनगर। भोजपुर पुलिस पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाकर मंगलवार को फरीदनगर की महिलाओं ने थाने पर धरना दिया। पुलिस अधिकारियों ने मामले में उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया है।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों भोजपुर पुलिस फरीदनगर के गोला कुआं के निकट सट्टे की सूचना पर छापेमारी करने गई थी। इसी दौरान पुलिस पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। हालांकि, पुलिस ने इस मामले को मीडिया से शुरू से ही छिपाए रखा। पुलिस अधिकारियों ने भी ऐसी घटना की जानकारी होने से भी साफ इन्कार कर दिया। आरोप है कि पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज कर ली और दबिश देने के नाम पर उनके घर में घुसकर सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया। जबकि, उनके घर में शादी होनेवाली है। इसी से नाराज फरीदनगर की महिलाएं मंगलवार दोपहर को थाने पहुंच गई।
महिलाओं ने पुलिस अधिकारियों से मुकदमे को खत्म करने की मांग की। जब एसएचओ ने उनकी बात नहीं सुनी तो महिलाएं थाने के सामने धरने पर बैठ गई। धरने में ब्रिजेश, शकुंतला, उषा, सरिता, बेबो, बाला आदि महिलाएं मौजूद रहीं। महिलाओं के हाथ में पुलिस बर्बरता बंद करने की मांग से जुड़े पोस्टर-बैनर थे। शादी के कार्ड भी महिलाओं ने हाथ में ले रखे थे। महिलाओं ने कहा कि पुलिस उनका उत्पीड़न कर रही है, जबकि उन्होंने कोई भी गलत काम नहीं किया है। उनका कहना था कि पुलिस उनको मुकदमे में झूठा फंसा रही है। उधर, घरेलू सामान को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त करने की वीडियो और फोटो भी देर शाम को वाट्सएप पर वायरल हो गए। इस बारे में एसएचओ भोजपुर धर्मेद्र कुमार का कहना है कि किसी के खिलाफ भी गलत कार्रवाई नहीं की जाएगी। पुलिस ने किसी के घर में कोई तोड़फोड़ नहीं की है।