
गाजियाबाद।नई दिल्ली स्थित एनीमल वेल्फेयर बोर्ड ऑफ इंडिया (AWBI) के कॉन्फ्रेंस हॉल में शनिवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें राष्ट्रीय कोरवा, कोरवा-यूपी और फ्लैट ओनर फेडरेशन गाजियाबाद के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। बैठक में AWBI के ज्वाइंट कमिश्नर एच.आर. खन्ना और सहायक सचिव प्राची जैन उपस्थित रहे। बैठक का नेतृत्व कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने किया।
प्रतिनिधिमंडल में ज्ञान सिंह, सौरभ गांधी, रंजू मिनहास, डॉ. मधु सिंह, उर्वशी वालिया, राजीव खोसला, डॉ. पवन कौशिक, राजकुमार त्यागी और डॉ. आर.पी. शर्मा जैसे प्रमुख सदस्य शामिल थे। इस दौरान गाजियाबाद की गेटेड सोसाइटीज़ में स्ट्रीट डॉग्स की बढ़ती संख्या और उससे जुड़ी समस्याओं को लेकर कई अहम सुझाव दिए गए।
प्रतिनिधियों ने मांग की कि कुत्तों का बंध्यकरण (स्ट्रेइलाइजेशन) कार्य एनजीओ के बजाय सीधे स्थानीय शहरी निकायों (Urban Local Bodies) द्वारा करवाया जाए। उन्होंने विशेष रूप से मादा कुत्तों के बंध्यकरण को प्राथमिकता देने और सोसाइटीज़ में डॉग फीडिंग पॉइंट निर्धारित करने का अधिकार केवल सोसाइटी की रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन को देने की सिफारिश की।
इसके अतिरिक्त, यह भी प्रस्तावित किया गया कि गेटेड सोसाइटीज़ में स्ट्रीट डॉग्स के प्रवेश और निवास पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए ताकि रेरा अधिनियम 2016 और यूपी अपार्टमेंट अधिनियम 2010 की भावना का उल्लंघन न हो। आदतन आक्रामक व्यवहार वाले कुत्तों को स्थायी रूप से हटाकर शेल्टर होम में भेजे जाने की भी मांग उठाई गई।
बैठक में एनीमल वेल्फेयर बोर्ड के अधिकारियों ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि दिए गए सुझावों में से कई बिंदुओं को व्यवहारिकता के आधार पर परखा जाएगा और आवश्यकतानुसार शहरी निकायों को एडवाइजरी जारी की जा सकती है।