जे. रविंदर गोड बने गाजियाबाद के नए पुलिस कमिश्नर, सख्ती और अनुशासन का दिया संदेश



● कार्यभार संभालते ही जनसुनवाई को प्राथमिकता, लापरवाही पर होगी कार्रवाई
● स्नेचिंग, गौकशी और भूमाफिया पर जीरो टॉलरेंस की नीति
● पूर्व कमिश्नर अजय मिश्रा की जगह मिली गाजियाबाद की कमान

गाजियाबाद। 2005 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जे. रविंदर गोड ने आज गाजियाबाद के नए पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। शासन द्वारा हाल ही में किए गए आईपीएस अधिकारियों के तबादले के तहत उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले वे आगरा के पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यरत थे। जे. रविंदर गोड को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अधिकारियों में गिना जाता है। वे गोरखपुर में डीआईजी और आईजी के रूप में भी सेवा दे चुके हैं और मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़, लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों में भी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के रूप में कार्य कर चुके हैं। कार्यभार संभालते ही उन्होंने स्पष्ट किया कि जनसुनवाई में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिकायतों की संख्या के आधार पर थाना प्रभारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। भ्रष्टाचार की शिकायत मिलते ही सीधा निलंबन किया जाएगा।उन्होंने आदेश जारी किया कि डीसीपी, एडिशनल डीसीपी और एसीपी हर दिन सुबह 10 बजे तक कार्यालय में मौजूद रहें। वे खुद भी दैनिक जनसुनवाई करेंगे। थाना स्तर पर नाइट अफसरों की जिम्मेदारी भी तय की गई है। गौकशी, भूमाफिया और स्नेचिंग जैसी घटनाओं को लेकर उन्होंने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि यदि ऐसी घटनाएं हुईं तो बीट कांस्टेबल से लेकर थाना प्रभारी तक जिम्मेदार ठहराए जाएंगे। इसके साथ ही यातायात व्यवस्था को और बेहतर बनाने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए जाएंगे। गाजियाबाद में लंबे समय से कानून व्यवस्था को लेकर उठ रही जनप्रतिनिधियों की शिकायतों के बीच जे. रविंदर गोड की नियुक्ति को शासन की सख्त मंशा के रूप में देखा जा रहा है। अब देखना यह है कि क्या उनकी तैनाती से जिले में अपराध नियंत्रण और प्रशासनिक अनुशासन में नया सुधार देखने को मिलेगा।

Please follow and like us:
Pin Share