
गाजियाबाद। साइबर क्राइम टीम ने इंश्योरेंस कंपनियों की पॉलिसी में हेरफेर कर फर्जी बीमा पॉलिसी बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जो मोबाइल ऐप में छेड़छाड़ कर वाणिज्यिक वाहनों, निजी कारों और मालवाहक वाहनों का बीमा दोपहिया वाहनों के रूप में दिखाकर फर्जी पॉलिसी तैयार करते थे।एडीसीपी क्राइम पीयूष ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान विकास कश्यप, आकाश सिसौदिया, याकूब और आरिम अली के रूप में हुई है। इनके कब्जे से साइबर अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। कैसे करते थे फर्जीवाड़ा? 08 मार्च 2025 को ICICI Lombard General Insurance के वाइस प्रेसिडेंट संजय ठाकुर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि गाजियाबाद के कुछ पॉलिसी एजेंट बीमा एप्लिकेशन में हेरफेर कर वाहनों की असली कैटेगरी बदलकर फर्जी पॉलिसी तैयार कर रहे हैं। गिरोह का मास्टरमाइंड विकास कश्यप ICICI Lombard का इंश्योरेंस एजेंट था। उसने खुलासा किया कि पुराने वाणिज्यिक वाहनों के मालिक सिर्फ थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस करवाते हैं, जो सिर्फ एक्सीडेंट क्लेम के लिए जरूरी होता है। आरोपी कम कीमत की दोपहिया बीमा पॉलिसी को असली दिखाने के लिए एप में बदलाव कर वाहनों का गलत डेटा अपडेट कर देते थे। गिरोह की कूटरचित पॉलिसी से 12,000 से अधिक वाहन प्रभावित पुलिस जांच में सामने आया है कि इस गैंग ने पूरे भारत में 12,000 से अधिक फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी तैयार की हैं। गाजियाबाद के 61 वाहनों की बीमा पॉलिसी फर्जी पाई गई है। इसके अलावा, Chola Mandalam Insurance Company में भी हेरफेर की पुष्टि हुई है।पुलिस अब अन्य बीमा कंपनियों से डेटा प्राप्त कर मामले की आगे जांच कर रही है।