
गाज़ियाबाद। गाजियाबाद के वसुंधरा की अजपा परिषद सहकारी आवास समिति की बिना अनुमति फर्जी कंपनी में नौ करोड़ रुपये जमा कर गबन करने के मामले में इंदिरापुरम पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मुकदमा दर्ज होने के पांच साल बाद पहली गिरफ्तारी हुई है। बता दें कि आरोपी हेमंत शर्मा और संतोष भारद्वाज को इंदिरापुरम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में अभी 10 आरोपियों को और गिरफ्तार किया जाना बाकी है। अजपा सहकारी आवास समिति में लगभग 100 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आने पर कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
मुकदमा दर्ज होने के पांच साल बाद पहली गिरफ्तारी
अजपा सहकारी आवास समिति के घोटालेबाज हेमंत शर्मा व संतोष भारद्वाज को इंदिरापुरम थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों पर लगभग 100 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। अजपा सहकारी आवास समिति में कई वर्ष पूर्व 12 लोगों ने मिलकर लगभग 100 करोड़ रुपये का घोटाला किया था। इस बाबत 2018 में कोर्ट के आदेश पर 12 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमा दर्ज होने के पांच साल बाद दो अभियुक्तों हेमंत शर्मा और संतोष भारद्वाज को गिरफ्तार किया गया है।
सेक्टर-11 वसुंधरा इंदिरापुरम स्थित अजपा सहकारी आवास लिमिटेड के सचिव, सहायक सचिव एवं प्रबंधन कमेटी द्वारा आवासीय अधिकारियों से मिलीभगत करके अजपा सोसाइटी समिति के बिना अनुमति के फर्जी तरीके से फ्लैट बुक करके बैंक से फर्जी तरीके से पैसा निकालते रहे। इस दौरान शिकायतकर्ता नोएडा निवासी जितेंद्र कुमार ने कोर्ट में बैंक निकासी के सभी ट्रांजेक्शन भी प्रस्तुत किए थे। उसके बाद इन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 406. 467, 468, 471, 120बी, 504, 506 में मामला दर्ज किया गया था। जिनमें अनिल शर्मा, आरडी शर्मा, दिनेश यादव, रामवती, पूनम सिंघल, दारा वर्मा, वीर सैन, मयंक सिंघल, अजय कुमार व एसपी तोमर शामिल हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि कार्रवाई करने पर उक्त आरोपियों ने उसके साथ गाली गलौज की और जान से मारने की धमकी भी दी थी।