
बहादुरगढ़ – स्थित महाराजा अग्रसेन सरस्वती शिशु मंदिर में वंदना सभा में आयोजित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128 वीं जयंती का कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रबंधक भारत भूषण गर्ग व मुख्य अतिथि सूबेदार जगदीश सिंह चौहान तथा प्रधानाचार्य सुरेश चंद्र शर्मा ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित करके किया इस अवसर पर जगदीश सिंह ने कहा कि नेताजी का जीवन रहस्यमयी क्रांतिकारी व पराक्रमी होने के साथ-साथ हम सबके लिए आज भी प्रासंगिक है।उनका वह प्रसिद्ध नारा ‘ दिल्ली चलो’ एवं “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा” आज भी शरीर के अंदर लहू का संचार करते हैं। नेताजी ने अपने समय की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा आईसीएस पास करने के पश्चात भी अंग्रेजों की नौकरी करने से ही स्पष्ट इनकार कर दिया था उन्होंने अपना जीवन राष्ट्र के प्रति समर्पित कर दिया उनके बड़े भाई रासबिहारी बोस ने आजाद हिंद फौज की स्थापना करने के बाद इसकी बागडोर सुभाष चंद्र बोस के हाथों में सौंप दी थी उन्होंने बर्मा में जब युवकों से देश की आजादी के लिए लहू की मांग की तब उस सभा में कोलाहल मच गया था। विद्यालय के प्रबंधक भारत भूषण गर्ग ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सबको भी सुभाष चंद्र बोस की तरह अपनी पढ़ाई लिखाई में विद्वान बनने के साथ ही साथ देश की चिंता करने वाला बनना चाहिए तभी हम अपना अपने परिवार का तथा अपने समाज का नाम रोशन कर पाएंगे इस अवसर पर विक्रम सिंह लोधी मूलचंद आर्य आचार्य सिमरन नीतू पूजा मनु वर्मा एवं नीरज प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।