
शिकारपुर – किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने एक ज्ञापन बुलन्दशहर डीएम को सौंपा ज्ञापन में कहा गया है कि भ्रष्टाचार मे लिप्त पाए जाने के कारण राशन डीलर रेखा देवी पत्नी हरवीर सिंह गाँव बिकूपुर रामनगर की दुकान को शिकारपुर एसडीएम दीपक कुमार पाल, एंव शिकारपुर खाद पूर्ति अधिकारी नरेन्द्र कुमार, के द्वारा दिनांक 16/11/2024 को दुकान निलम्बित की गई थी ग्राम बिकूपुर रामनगर की राशन डीलर रेखा देवी पत्नी हरवीर सिंह के द्वारा कम राशन देने की शिकायत ग्राम वासियों के द्वारा बार-बार की जा रही थी तथा ग्राम प्रधान दर्शन सिंह व वार्ड मेंबरों के द्वारा शिकायत की गई जिसमे ग्राम वासियों के द्वारा शपथ पत्र भी दिये गए ग्राम प्रधान व 13 में से 12 वार्ड मेंबरों के द्वारा भी शपथ पत्र भी दिये गए उन शपथ पत्र व ग्राम वासियों के शिकायत पत्र को देखते हुये शिकारपुर उपजिलाधिकारी दीपक कुमार पाल, के द्वारा जांच कमेटी बनाई गई गाँव बिकूपुर रामनगर मे कमेटी सदस्य नरेन्द्र कुमार खाद पूर्ति अधिकारी, व नायब तहसीलदार पहासू, एंव अन्य सदस्य पहुचें इनके द्वारा जांच की गई ग्राम वासियों द्वारा शिकायत की गई जिसमे टोटल 27 पेजो पर शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसमे प्रतेक पेज पर पांच शिकायत थी 27 X 5 टोटल 135 शिकायत हुई जिसमे राशन डीलर के विपक्ष मे 105 शिकायत व 30 शिकायत राशन डीलर के फेवर मे हुई जिसकी वीडियो मौके पर ही बनाई गई वीडियो आज तक हमारे पास सेव है और घटतोली की भी वीडियो सेव है फिर भी उपजिलाधिकारी शिकारपुर, व खाद पूर्ति अधिकारी शिकारपुर के द्वारा मात्र 74 शिकायत दर्शाते हुये दुकान को निलम्बित किया गया यहां पर भी जान बूझ कर बचाने की कोशिश की गई थी निलम्बित की छाया कॉपी संलग्न है उपजिलाधिकारी शिकारपुर, व खाद पूर्ति अधिकारी शिकारपुर, योगी बाबा की सरकार को बदनाम करने को निरंतर जुटे हुये है श्री मान जी ये केसी बिड्म्वना है की चार माह बीत जाने के बाबजूद राशन डीलर रेखा देवी पत्नी हरवीर सिंह को बर्खास्त क्यो नहीं किया गया सूत्रो के द्वारा पता चल चुका है की उपजिलाधिकारी दीपक कुमार पाल एंव खाद पूर्ति अधिकारी नरेंद्र कुमार शिकारपुर ने लाखो रुपय लेकर रेखा देवी पत्नी हरवीर सिंह की राशन दुकान को बहाल करना चाहते है जो निराधार कानूनन खिलाफ है इस राशन डीलर को दिनांक 18/03/2025 तक निरस्त नहीं किया गया तो भा.की. यू. राष्ट्र पुत्र दिनांक 18/03/2025 को तहसील शिकारपुर मे विरोध कर बेनर झण्डा के साथ मुख्यमंत्री के समक्ष जाने को मजबूरन बाध्य होगी बेनर झंडे अपने साथ लेकर गांव गांव व कस्बा व शहरों मे अपनी टीम के साथ नारे बाजी व विरोध करते हुए लखनऊ पहुचेंगें अगर किसी भी अधिकारी कोई भी छवि धूमिल होती है तो उसकी जिम्मेदारी उनकी स्वय की होगी यूनियन की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी ।