
● डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारी द्वारा जनपद न्यायाधीश को भेजा शिकायती पत्र
● जनपद न्यायाधीश द्वारा न्यायालयों का निरीक्षण करने पर आउटसाइडर व्यक्ति हो जाते गायब
बुलंदशहर – जनपद न्यायालय की अनेक न्यायालयों एवं कार्यालयों में फैल रहा भ्रष्टाचार, न्यायालयों में आउटसाइडर व्यक्तियों से कराया जा रहा कार्य, न्यायालयों में वादकारियों से वाद में निश्चित दिनांक पर उपस्थिति दर्ज करने एवं हस्ताक्षर करने के नाम पर लिया जा रहा अवैध धन। तथा कार्यालय में वाद से संबंधित फाइलों को निकालकर दिखाने पर भी लिया जा रहा अवैध धन। ऐसा ही एक मामला सीजेएम न्यायालय के कार्यालय में देखने को मिला। जहां एक आउटसाइडर व्यक्ति राजीव द्वारा कुर्सी पर बैठकर किया जा रहा कार्य, जो नहीं है न्यायालय का सरकारी कर्मचारी। जिसके द्वारा अधिवक्ताओं से फाइल दिखाने के नाम पर की जा रही अवैध धन की मांग। और धन नहीं देने पर किया जाता अभद्र व्यवहार। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के कनिष्ठ कार्यकारणी सदस्य शैलेंद्र कुमार एडवोकेट द्वारा बताया गया कि वह 24 मार्च को सीजेएम न्यायालय के कार्यालय में एक वाद से संबंधित फाइल देखने पहुंचे। फाइल दिखाने के नाम पर आउटसाइडर व्यक्ति राजीव द्वारा अवैध धन की मांग की गई। अधिवक्ता द्वारा धन देने के बाद फाइल दिखाने के लिए राजीव द्वारा 1 घंटे बाद आने के लिए कहा गया। अधिवक्ता 1 घंटे बाद कार्यालय में फाइल देखने पहुंचा तो राजीव ने अधिवक्ता को फाइल दिखाने के लिए मना कर दिया। और कहा कि आज मेरे पास टाइम नहीं है कल आना तब फाइल दिखाई जाएगी। जिसका अधिवक्ता ने विरोध किया तो अधिवक्ता के साथ राजीव द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया। शैलेंद्र कुमार अधिवक्ता ने राजीव द्वारा अवैध धन लेने एवं अभद्र व्यवहार करने का शिकायती प्रार्थना पत्र जनपद न्यायाधीश को भेजो और मांग रखी कि ऐसे आउटसाइडर व्यक्तियों को न्यायालय से हटाते हुए कार्यावाही की जाए और भ्रष्टाचार को न्यायालयों एवं कार्यालयों खत्म किया जाए। अब देखना यह होगा कि जनपद न्यायाधीश द्वारा न्यायालयों का निरीक्षण करना, आउटसाइड और व्यक्ति राजीव सहित अन्य पर कार्यवाही करना तथा भ्रष्टाचार को समाप्त कराने की कार्यवाही की जाती है या नहीं? सोचने का विषय?