धार्मिक पर्वों से होता हे आध्यात्मिक, आस्था, भक्ति का विकास : शोएब मेवाती

लॉरेंस एकेडमी गुलावठी के प्रांगण में दुर्गा अष्टमी, रामनवमी और विजयदशमी के पावन पर्वों के कार्यक्रम का आयोजन बड़े हर्षोल्लाह के साथ मनाया गया।
इन कार्यक्रमों का शुभारंभ प्रबंधक सहीमुद्दीन मेवाती, निर्देशक शोएब मेवाती प्रधानाचार्य शिवांगी अहलावत एवं समस्त शिक्षकों की उपस्थिति में हुआ।
सर्वप्रथम शक्ति की देवी दुर्गा मां के नौ रूपों का भक्ति गीतों के साथ आराधना करके उनकी महिमा का वर्णन किया गया इसमें मुख्य रूप देवियों की भूमिका आरजू खान नबीला वंश का मान्यता भी का तथा काली मां की भूमिका में प्रगति, पूर्वी,मुस्कान, कामाक्षी आदि ने भूमिका निभाकर लोगों के मन में भक्ति भावना पैदा की।


इसके उपरांत भगवान राम के आदर्श प्रत्यय के जीवन के मुख्य प्रश्नों का वर्णन रामलीला के रूप में किया गया जिसमें मुख्य रूप से कुंभकरण मेघनाथ तथा रावण के पुतले का दहन करके बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया उसने राम के रूप में घनिष्ठ, सीता के रूप में शानू तथा लक्ष्मण के रूप में मृदुल की भूमिका निभाकर असत्य पर सत्य की जीत का संदेश दिया।
संचालिका शीना चौधरी ने बताया कि दुर्गा पूजा नों दिनों तक चलने वाला धार्मिक पर्व है दुर्गा मां ने अत्याचारी महिषासुर का वध करके अन्याय पर न्याय की जीत का प्रतीक है। यह पर्व हमें साहस वीरता धैर्य प्रेम और भाईचारे का संदेश देता है।


कार्यक्रम के अंत में निर्देशक शोएब मेवाती ने सभी को इन पावन पर्व की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी और कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इन धार्मिक पर्वों के माध्यम से बच्चों में आध्यात्मिक, आस्था, नैतिकता, भक्ति भावना आदि गुणों का विकास होता है जहां आस्था और भक्ति होती है वहां ज्ञान और शक्ति स्वयं उत्पन्न हो जाती है। भूमिका निभाने वाली विद्यार्थियों की प्रशंसा करके उनके भविष्य की कामना की कार्यक्रम की मुख्य संचालिका रेखा अग्रवाल तथा उनके सहयोगी शीना चौधरी, संगीत की शिक्षिका आस्था, स्मिता आदि रही।