गुलावठी देवनागरी महाविद्यालय में  भारत रत्न डॉ. भीमराव


● अम्बेडकर जयंती पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम संपन्न

गुलावठी –  देवनागरी महाविद्यालय, गुलावठी में भारत रत्न डॉ. भीम राव अम्बेडकर की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब की प्रतिमा पर  पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए हुई। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने सामाजिक न्याय, समानता और संविधान निर्माण में  जो योगदान दिया है, वह युगों तक स्मरणीय रहेगा। हमें उनके विचारों से प्रेरणा लेकर एक समतामूलक समाज के निर्माण में योगदान देना चाहिए। संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य हरिदत्त शर्मा ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने संस्कृत को भारत की राष्ट्रभाषा बनाने पर जोर दिया था। उनका तर्क था कि संस्कृत पूरे भारत में एक समान बोली जाती है तथा इससे समृद्ध भारत में कोई भाषा नहीं।  गणित विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर श्याम प्रकाश ने कहा कि हम डॉ. अम्बेडकर के विचारों को केवल जयंती तक सीमित न रखें, बल्कि उन्हें अपने आचरण और कार्यों में आत्मसात करें। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।