
गुलावठी – देवनागरी महाविद्यालय में आज ‘सर्वशिक्षा अभियान एवं भारत’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार ने संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए सर्वशिक्षा अभियान को देश के समग्र विकास का महत्वपूर्ण आधार बताया और प्रत्येक बच्चे तक शिक्षा की पहुँच सुनिश्चित करने पर बल दिया। संगोष्ठी के संयोजक, अर्थशास्त्र विभाग के सहायक आचार्य भवनीत सिंह बत्रा ने शिक्षा के प्रसार को भारत की प्रगति के लिए अनिवार्य बताया। उन्होंने सर्वशिक्षा अभियान की उपलब्धियों और वर्तमान शैक्षिक चुनौतियों पर विचार व्यक्त करते हुए सभी सामाजिक वर्गों तक शिक्षा पहुँचाने को आवश्यक बताया। मुख्य वक्ता, संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य हरिदत्त शर्मा ने कहा कि सर्वशिक्षा अभियान के तहत 6 से 14 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा उपलब्ध कराना सभी का परम कर्तव्य है। उन्होंने इस अभियान में माता-पिता व युवाओं की सक्रिय भागीदारी को महत्वपूर्ण बताया। विशिष्ट वक्ता नरेश कुमार ने शिक्षा को अज्ञानता के अंधकार को दूर करने वाला प्रकाश बताया। डॉ. महेन्द्र कुमार ने शिक्षित समाज को प्रगति और विकास का वाहक बताया और सर्वशिक्षा अभियान की शुरुआत को इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। संगोष्ठी में अनेक शिक्षक व छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन के साथ संगोष्ठी का समापन हुआ।