
गुलावठी – देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गुलावठी, बुलंदशहर के हिंदी विभाग द्वारा 21 फरवरी को अन्तर राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के शुभ अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार ने की। उन्होंने कहा कि भाषाएं संस्कृति को संरक्षित करती हैं। भाषा को सरंक्षित करने से हमारी संस्कृति संरक्षित रहेगी और बहुभाषावाद और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा मिलेगा। अर्थशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर भवनीत सिंह बत्रा ने कहा कि हमें अपनी मातृभाषा के साथ अन्य भाषाओं का भी सम्मान करना चाहिए। समाजशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर कृष्ण कुमार ने अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाए जाने की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि इससे लोग मातृभाषा के प्रति जागरूक होंगे। अंग्रेजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ.महेंद्र कुमार ने कहा कि हमारे स्वाभाविक विचार अपनी मातृभाषा में ही आते हैं। इस अवसर पर कुमकुम छात्रा बीए तृतीय वर्ष ने खड़ी बोली में कविता का वाचन किया। छात्रा खुशी, कोमल, अंजली, निशा, अंजली रानी, छात्र शुभम, हर्षित और अरुण कश्यप ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन संदीप कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर अतुल तोमर, डॉ. विनीता, श्याम प्रकाश, शशि कपूर एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।