जयपुर। टोक्यो ओलंपिक में महिला हॉकी टीम ने वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हरा कर सेमीफाइनल में जगह बना ली है, तब से राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की रहने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता पुनिया के पैतृक गांव जश्न का माहौल है।
पुनिया शानदार प्रदर्शन करते हुए विरोधी टीम के नौ शॉट्स को रोकने में कामयाब रही। उसके बाद से गोलकीपर के इस प्रदर्शन को खूब सराहा जा रहा है।
पुनिया के चाचा ओम ्रपकाश पुनिया ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, उनके पिताजी, दादाजी समेत पूरा परिवार इसी गावं में जन्में है। 2019 में जब सविता यहां आई थी तो गावं वालो ने उसे सिल्वर हॉकी से नवाजा था।
झांसल के सरपंच, ओप प्रकाश पुनिया ने आगे बात करते हुए कहा कि सविता के पिता यहीं जन्मे और यहीं बड़े हुए हैं। वे 25 साल पहले हरियाणा जा कर बस गए पर सविता को जब भी मौका मिलता है वह यहां जरुर आती हैं और हम सबसे मिलकर हमारा प्यार और आशिर्वाद लेती हैं। पुनिया ने ऑस्ट्रेलिया के हर प्रहार को नाकाम करते हुए भारतीय टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी।