रिहायशी इलाकों को इंडस्ट्रियल इलाके में किया जा रहा तब्दील, लोगों की बड़ी मुश्किलें।

नौचंदी थाना अंतर्गत ये है रिहायशी इलाका जैदी फार्म, जहां बुनकरों ने आबादी के बीच टेक्सटाइल के बड़े बड़े कारखाने स्थापित कर रखे हैं,
यहां पावर लूम, शटल लेस मशीन, डेका मशीन, कंप्यूटराइज्ड एंब्रॉयडरी मशीन के बड़े बड़े कारखाने घनी आबादी के बीच चलाए जा रहे हैं, जिसके कारण पौष इलाकों में ध्वनि प्रदूषण, कंपन तो होती ही है, इस से दिल के मरीजों को दिक्कत तो होती ही है, कारखाने के आस पास के मकानों में कंपन के कारण दरारें पड़ गई है, साथ में ही कपड़ा बुनने के दौरान उड़ने वाले रोए से इलाके के लोगों में सांस की बीमारी फैलने का खतरा भी बढ़ गया है।

वीडियो में आप साफ देख सकते हैं गली में टेक्सटाइल कारखाने से निकलकर रुआ बाहर उड़कर किस तरह हवा में प्रदूषण फैलाने का काम कर रहा है, जिस से सांस की बीमारी फैलने का खतरा और ज़्यादा बढ़ गया है।

मेरठ प्रशासन व संबंधित अधिकारी इस मामले को गंभीरता से लेंगे तो शायद लोगों की इस समस्या का समाधान निकल सकता है।

नीचे इलाकों की लिस्ट है जहां सबसे ज़्यादा टेक्सटाइल फैक्ट्रियां इन रिहायशी इलाकों में बीच आबादी में लगाई गई है,

ढबाई नगर
करीम नगर
इस्लामाबाद
बुनकर नगर
गोला कुआं
आशियाना कॉलोनी
अहमद नगर
ज़ैदी फार्म।