
दिल्ली – चुनाव पूर्ण हो चुका लेकिन जब तक रिजल्ट नहीं आ जाता सर्वे और एग्जिट पोल अपनी कहानी बयान करते रहेंगे। विभिन्न एग्जिट पोल्स के बीच दो सर्वे ऐसे भी हैं जो अरविंद केजरीवाल को मजबूत दिखा रहे हैं। इन दोनों सर्वे के मुताबिक दिल्ली में सत्ता के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर होने वाली है। हालांकि दोनों सर्वे में कांग्रेस के लिए गुड न्यूज नहीं है। गौरतलब है 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में सत्ता के लिए जादुई आंकड़ा 35 सीटों का है।इन दो सर्वे का हाल यह दो सर्वे हैं मैटराइज और पी मार्क। जहां मैटराइज में आम आदमी पार्टी को 32 से 37 सीटें मिलने का अनुमान बताया गया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी को 35 से 40 सीटें मिलने का अनुमान है। मैटराइज के सर्वे में कांग्रेस को 00 से 01 सीट मिलने का अनुमान है। वहीं, बात करें पी मार्क द्वारा जारी एग्जिट पोल की तो इसमें भाजपा को 39 से 49 सीटें मिलने का अनुमान है। पी मार्क ने आम आदमी पार्टी को 21 से 31 सीटें मिलने का अनुमान जाहिर किया है। कांग्रेस के लिए खुशखबरी नहीं हालांकि दोनों सर्वे में कांग्रेस को खुशखबरी मिलती नजर नहीं आ रही है। मैटराइज और पी मार्क दोनों ने कांग्रेस को 00 से एक सीटें मिलने का अनुमान जताया है। बता दें कि कई अन्य एग्जिट पोल्स में भी कांग्रेस का सूपड़ा साफ होता बताया गया है। दिल्ली विधानसभा के लिए पांच फरवरी को वोटिंग हुई है। इसकी काउंटिंग 8 फरवरी को होने वाली है। दांव पर है केजरीवाल की प्रतिष्ठा गौरतलब है कि इस चुनाव में अरविंद केजरीवाल की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। भ्रष्टाचार मामले में जेल जाने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री का चेहरा भी बदल दिया। आतिशी की सीएम के तौर पर ताजपोशी की गई। हालांकि चुनाव में मुख्यमंत्री के तौर पर अरविंद केजरीवाल को ही प्रोजेक्ट किया गया। अरविंद केजरीवाल की मंशा होगी कि आम आदमी पार्टी एक बार फिर से सत्ता में लौटे। लेकिन एग्जिट पोल उनकी उम्मीदों के विपरीत भविष्यवाणी कर रहे हैं।