नई दिल्ली। राज्यसभा में जासूसी मामलों और किसान आंदोलन को लेकर विपक्षी दल के सदस्यों का हंगामा शुक्रवार को भी जारी रहा जिसके कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका तथा भोजनावकाश के बाद शाेर शराबे के बीच सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी गयी।
उप सभापति हरिवंश ने ढाई बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए गैर सरकारी सदस्यों के कार्य के लिए सदस्यों का नाम पुकारा जो किसी भी सदस्य ने निजी संकल्प पेश नहीं किया और न ही किसी सदस्य ने निजी संकल्प पर चर्चा शुरू की। इस बीच कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों के सदस्य आसन के समक्ष आ गये और तख्तियां लहराने लगे। श्री हरिवंश ने कहा कि यह सदस्यों के निजी संकल्प का समय है और सदस्यों को सदन का संचालन सुचारू रुप से करने के लिए सहयोग करना चाहिए। उन्होंने बार बार सदस्यों से अपनी सीटों पर लौटने और शांत होने की अपील की। हंगामें के बीच ही श्री हरिवंश ने सीमित दायित्व भागीदारी (संशोधन) विधेयक 2021 और निपेक्ष बीमा और प्रत्यय गारंटी निगम (संशोधन) विधेयक 2021 पेश करायें। इसके बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नारियल विकास बोर्ड (संशोधन) विधेयक 2021 चर्चा के लिए पेश किया और बिना चर्चा के ही सदन ने ध्वनिमत से यह विधेयक पारित कर दिया। इसके बाद उप सभापति ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। लोकसभा भी इससे पहले विपक्ष के हंगामें कारण स्थगित कर दी गयी।