भाजपा नेता के मकान पर माफियाओं का कब्जे का प्रयास, दी जान से मारने की धमकी

बीजेपी नेता सलाउद्दीन सैफी




गाजियाबाद। मसूरी थाना क्षेत्र के रसूलपुर सिकरोड़ा में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के क्षेत्र महामंत्री सलाउद्दीन सैफी के मकान पर जबरन कब्जा करने की कोशिश का मामला सामने आया है। सलाउद्दीन सैफी, जो पूर्व में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं, ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि 9 मार्च 2025 की सुबह 8 बजे शेरदीन, खेरु (पुत्र शेरखां) और साहिल (पुत्र शेरदीन) ने उनके मकान की दीवार तोड़कर जबरदस्ती कब्जा करने का प्रयास किया।गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी पीड़ित नेता के अनुसार, जब उन्हें घटना की जानकारी मिली और वह मौके पर पहुंचे, तो आरोपियों ने न सिर्फ उनसे गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। सलाउद्दीन सैफी ने बताया कि ये सभी आरोपी अपराधी प्रवृत्ति के हैं और इनके खिलाफ पहले से ही धोखाधड़ी, मारपीट, और धमकी के दो मामले दर्ज हैं आरोपियों पर पहले से IPC की धारा 420, 467, 468, 471, 504, 506, और IPC 452, 323, 504, 506 के तहत मामले दर्ज होने के बावजूद, उनकी दबंगई कम नहीं हुई।माफियाओं पर कार्रवाई क्यों नहीं? पीड़ित ने पुलिस से गुहार लगाई है कि उन्हें जान का खतरा महसूस हो रहा है, इसलिए आरोपियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि माफियाओं और दबंगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो, और गरीबों या कमजोरों की जमीन पर कब्जा करने वालों को जेल भेजा जाए। मुख्यमंत्री ने साफ कहा था कि “माफिया की जगह सिर्फ जेल है।” लेकिन इस घटना ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिरकार, आरोपियों पर पहले से मामले दर्ज होने के बावजूद वे खुलेआम इस तरह की हरकतें करने की हिम्मत कैसे जुटा रहे हैं? क्या पुलिस की लापरवाही के चलते ऐसे माफिया बेखौफ हो गए हैं? अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में कितनी जल्दी और सख्ती से कार्रवाई करता है, या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा।