कारोबार बंद कराने पर पिता-पुत्र को मार डाला था

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नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली के नंद नगरी में भाजपा कार्यकर्ता और आरटीआई एक्टिविस्ट जुल्फिकार कुरैशी व उसके बेटे जांबाज की हत्या मामले की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने ममाले में दो सगे भाई 31 वर्षीय खालिद और 30 वर्षीय तारिक को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि जुल्फिकार ने झूठी शिकायत लगाकर उनका स्क्रैप का करोबार बंद करवा दिया था। इसी से परेशान होकर उन्होंने वारदात को अंजाम दे दिया। पुलिस वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

डीसीपी वेद प्रकाश सूर्या ने बताया कि सोमवार सुबह सूचना मिली थी कि सुंदर नगरी में किसी को गोली मार दी गई है। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां 52 वर्षीय जुल्फिकार कुरैशी की मौत हो चुकी थी। जबकि, वारदात में गंभीर रूप से घायल उसके बेटे जांबाज कुरैशी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मरने से पहले जांबाज ने अपने बयान में पुलिस को हत्यारों के नाम बताए, जिसका पुलिस ने वीडियो भी बना लिया। पुलिस ने मंगलवार को हत्याकांड के साजिशकर्ता खालिद और उसके भाई तारिक को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनका और जुल्फिकार कुरैशी का स्क्रैप का कारोबार था। सुंदर नगरी में दोनों की दुकानें एक दूसरे से सटी हुई थीं। कारोबारी प्रति‌स्पर्धा में जुल्फिकार ने उनकी झूठी शिकायतें करके उनकी दुकान को बंद करवा दिया था। कई बार उन्होंने उससे बात करने का प्रयास किया, लेकिन जुल्फिकार उनको व परिवार को गालियां देता था। इससे परेशान होकर चारों भाइयों ने योजना बनाकर हत्या कर दी। आरोपी तारिक के खिलाफ पहले से पांच अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।