नई दिल्ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने जेएनयू कुलपति को ज्ञापन सौंपकर सभी छात्रों के लिए मेस चालू करने, महीनों से बंद लाइब्रेरी खोलने तथा परिसर में बंद पड़े ढाबे खोलने की मांग की है। एबीवीपी ने कहा है कि बंदी के आदेश के बाद से ही ये सभी सुविधाएं बंद हैं, लेकिन अब परिस्थिति में सुधार हुआ है। इसके बाद भी छात्रों को सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है।
एबीवीपी जेएनयू के अध्यक्ष शिवम चौरसिया ने कहा कि मार्च में सरकार के आदेश के बाद से समस्त अकादमिक गतिविधियां ऑनलाइन चल रही हैं। जेएनयू पुस्तकालय और कैंपस में अंदर चल रहे ढाबे पिछले 9 महीनों से बंद हैं। छात्रों को अपनी थीसेस जमा करने हेतु पुस्तकालय और इंटरनेट सुविधा की आवश्यकता है। छात्रों के अध्ययन में बाधा न आए इसलिए जेएनयू प्रशासन को तत्काल इन विषयों पर संज्ञान लेना चाहिए।
इकाई मंत्री गोविंद दांगी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में दूर दराज इलाकों से ऐसे कई छात्र जेएनयू पहुंचे हैं, जिनके घरों में इंटरनेट तथा अन्य सुविधाओं का अभाव है। वह ऑनलाइन क्लास लेने तथा अपनी थीसिस जमा करने में असमर्थ है।
जेएनयू में पांच संक्रमित मिले
जेएनयू में बुधवार को कोरोना संक्रमण के 5 मामले सामने आए हैं। विवि प्रशासन की तरफ से जेएनयू में 3 दिवसीय जांच कैंप लगाया है। जेएनयू रजिस्ट्रार प्रो. प्रमोद कुमार के मुताबिक विवि के कर्मियों की जांच कि गई है। इसमें पहले दिन पांच कर्मी संक्रमित मिले हैं।