मुख्य चुनाव आयुक्त अपनी सोती हुई आत्मा को जगाएं, आज देश का लोकतंत्र उनके हाथ में है, यह बचेगा या नहीं, देश देख रहा है- सीएम आतिशी




नई दिल्ली – चुनाव आचार संहिता का भाजपा के गुंडे खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं और इसकी शिकायत करने वाले लोगों पर ही दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग कार्रवाई कर रहा है। कालकाजी, जंगपुरा और राजेंद्र नगर विधानसभा में सोमवार की रात भाजपा के लोगों ने आचार संहिता का उल्लंघन किया। कालकाजी में आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे भाजपा के लोगों पर कार्रवाई करने के बजाय इनकी वीडियो बना रहे दो युवकों को पुलिस ने बड़ी बर्बरता से पीटा। साथ ही, इसकी शिकायत करने पर दिल्ली की सीएम के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। मंगलवार को यह खुलासा वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, दिल्ली की सीएम आतिशी और दुर्गेश पाठक ने की। उधर, इन घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा कि खुलेआम हो रही गुंडागर्दी के खिलाफ शिकायत करने पर दिल्ली की मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव आयोग ने पुलिस केस किया। तो अब दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग का ये ऑफिशियल स्टैंड है। दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग का “काम” आम आदमी पार्टी के खिलाफ ख़ुद गुंडागर्दी करना, भाजपा की गुंडागर्दी को संरक्षण देना, दारू, पैसे और सामान बंटवाना है। यदि कोई उन्हें यह “काम” करने से रोकेगा तो उस पर पुलिस और चुनाव आयोग के “काम” में बाधा डालने का केस किया जाएगा। तमाम वीडियो सबूत और शिकायत के बाद भी पुलिस व चुनाव आयोग गुंडागर्दी करने वालों पर कार्रवाई नहीं कर रहा है- मनीष सिसोदिया वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे देश के चुनाव आयोग को पूरे देश में सराहा जाता था। इस चुनाव आयोग की अगुवाई कभी टीएन शेषन (पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त) जैसे लोगों ने की थी। जिनका नाम ही निष्पक्ष चुनाव का पर्यायवाची बन गया था। निष्पक्ष चुनाव यानि टीएन शेषन। आज टीएन शेषन की कुर्सी पर राजीव कुमार के नेतृत्व में जो चुनाव आयोग काम कर रहा है, उसे देखकर ऐसा लगता है कि भाजपा ने पूरा का पूरा चुनाव लड़ाने का ठेका चुनाव आयोग को दे दिया है। दिल्ली में चुनाव भाजपा नहीं लड़ रही है, बल्कि भाजपा के लिए चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस की साझेदारी में लड़ा जा रहा है। जिस तरह पूरी दिल्ली से खबरें आ रही हैं। सोशल मीडिया पर बहुत स्पष्ट वीडियो दिख रहे हैं कि किस तरह से भाजपा के गुंडे पिछले 3-4 दिन से खुलेआम गुंडागिरी कर रहे हैं। वहीं, पुलिस शिकायत करने के वाले लोगों व पत्रकारों तक का उत्पीड़न कर रही है। लेकिन पुलिस और चुनाव आयोग उल्लंघन और गुंडागर्दी करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। यह आज से नहीं हो रहा है, बल्कि चुनाव की घोषणा के पहले से ही हो रहा है। महिला कार्यकर्ताओं को मुंह पर तेजाब फेंकने की धमकी दी जा रही है- मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमने देखा कि किस तरह से 1100-1100 रुपए व साड़ियां बांटी गईं और चुनाव आयोग कहता रहा है कि हमें कोई सबूत नहीं मिल रहा है। जबकि सोशल मीडिया पर ऐसे सबूतों व वीडियो भारी मात्रा में हैं। तो पूरा का पूरा दिल्ली का चुनाव भाजपा चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस की साझेदारी पर लड़ रही है। मैं गृह मंत्री अमित शाह से कहना चाहता हूं कि आप दिल्ली के चुनाव के लिए जगह-जगह गए। आप के ही लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं, आप इसे रोकिए। जंगपुरा विधानसभा के भाजपा के गुंडों ने हमारी महिला कार्यकर्ताओं को खुलेआम धमकियां दी हैं कि ज्यादा मत बोलो वरना तेजाब से मुंह ऐसा कर देंगे कि किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगे। महिला कार्यकर्ताओं को तेजाब फेंकने की धमकी दे रहे हैं। झुग्गियों में लोगों को डराकर उनके वोटर कार्ड लिए जा रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही- मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैंने सोशल मीडिया पर देखा कि कुछ पत्रकार झुग्गी में गए थे। वहां बच्चों ने कहा कि किस तरह से भाजपा के गुंडे आकर उन्हें धमकाकर जाते हैं कि खबरदार अगर तुमने झाड़ू पर वोट डाला तो तुम्हारी झुग्गियां बर्बाद कर देंगे। जगह-जगह कार्यकर्ताओं को धमकी देने का सिलसिला खुले में चल रहा है। लेकिन चुनाव आयोग और पुलिस कुछ नहीं कर रही है। ऐसे में कोई इनके पास कैसे जाएगा। जब जिस चीज के सबूत हैं, उसी पर एक्शन नहीं लिया जा रहा है। मुझे कई झुग्गियों से यह भी पता चला है कि ये लोगों को धमकाकर उनके वोटर कार्ड ले ले रहे हैं और कह रहे हैं कि खबरदार अगर वोट डालने गए। वोटिंग बूथ के आसपास भी दिखे तो तुम्हें जिंदा नहीं छोड़ेंगे। इस तरह की धमकियां भी दे रहे हैं। अगर भाजपा चुनाव जीत गई तो दिल्ली की सरकार माफिया चलाएंगे- मनीष सिसोदिया ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र, सरकार बनाने और लोगों के लिए लड़ा जा रहा है या गुंडागिरी के लिए लड़ा जा रहा है? भाजपा जिस तरह से चुनाव आयोग और पुलिस का इस्तेमाल करके हरकतें कर रही है, तो अरविंद केजरीवाल की जो बात है कि अगर गलती से भी भाजपा जीत गई तो सारी झुग्गियां तोड़ देगी। दिल्ली के लोगों को अच्छी शिक्षा, फ्री बिजली-पानी, फ्री बस यात्रा और 24 घंटे जैसी सुविधा मिल रही है, इसके माफिया इन सब सुविधाओं को बर्बाद और खत्म कर देंगे। सारी योजनाएं खत्म कर देंगे। अगर भाजपा चुनाव जीत गई तो दिल्ली की सरकार लोकतांत्रिक तरीके से नहीं चलेगी। दिल्ली सरकार नेता नहीं बल्कि माफिया चलाएंगे। एक और वीडियो आया है कि किस तरह से भाजपा के प्रत्याशी और उनके गुंडे जंगपुरा में महिलाओं के साथ धक्का मुक्की कर रहे हैं। सरेआम डंडा लेकर पीट रहे हैं। अगर भाजपा सरकार में आती है तो आगामी दिल्ली का वह नक्शा, वह झलक, वह नजारा उस वीडियो में देखा जा सकता है कि दिल्ली की सड़कों पर किस तरह का नजारा दिखेगा। जिस तरह का नजारा ये लोग अभी चुनाव लड़ते हुए दिखा रहे हैं। भाजपा और चुनाव आयोग एक-दूसरे के पर्यायवाची बन गए हैं- मनीष सिसोदिया ने कहा कि राजीव कुमार ने पूरे चुनाव प्रक्रिया को इस स्तर पर ला दिया है कि अब भाजपा और चुनाव आयोग एक-दूसरे के पर्यायवाची बन गए हैं। अपने आप को निष्पक्ष कहने से चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं हो सकता। एक मुद्दा उठाया गया कि भाजपा के कार्यकर्ता कालकाजी विधानसभा में खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे थे। उनके मुद्दे मुख्यमंत्री आतिशी ने उठाए थे। चुनाव आयोग की निष्पक्षता तब साबित होती अगर चुनाव आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश देता। क्या चुनाव आयोग उस पुलिस अधिकारी को सस्पेंड कर सकता है, जिसने मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ एफआईआर करके भाजपा के गुंडों के हौंसले बढ़ाए हैं? किस नियम के तहत शिकायतकर्ता के खिलाफ एफआईआर की गई। शिकायतकर्ता के खिलाफ एफआईआर की गई और गुंडागर्दी करने वालों को भगा दिया। अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष है तो कार्रवाई करते दिखाए। चुनाव आयोग एक बयान जारी करने से नहीं, बल्कि अपनी हरकतों से निष्पक्ष होगा। आज वह अपनी हरकतों से भाजपा का एजेंट बना हुआ है। मुख्यमंत्री  आतिशी ने कहा कि*रमेश बिधूड़ी के लोग झुग्गी के लोगों को रात में धमका रहे थे, हमारी शिकायत पर पुलिस उन्हें ले गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद भी रमेश बिधूड़ी के लोग झुग्गियों में घूम रहे रहे थे, उनकी फोटो भी है। गोविंदपुरी के एसएचओ ने कार्रवाई करने के बजाय रमेश बिधूड़ी के लोगों को भगा दिया। चुनाव आयोग शिकायत दर्ज कराने वालों के खिलाफ ही केस कर रहा है।  दिल्ली की जनता सब देख रही है, बहुत सोच-समझ कर अपना फैसला लेगी। दुर्गेश पाठक ने बताया कि कार में पैसे व शॉल लेकर बैठे भाजपा कार्यकर्ता पर कार्रवाई के बजाय पुलिस ने शिकायत करने वालों पर रिपोर्ट दर्ज की। पूरी दिल्ली में पैसे, साड़ियां और शॉल बांटी जा रही है और चुनाव आयोग खामोश है।पांच फरवरी का दिन भारत के चुनावी इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन होगा। भाजपा की पूरी कोशिश रहेगी कि उसके खिलाफ वोट देने वाले लोग पोलिंग बूथ तक न पहुंचे। दुर्गेश पाठक ने कहा कि मैं यह पूरी जिम्मेदारी से कह रहा हूं। हमारे पास जो सूचना है उसके मुताबिक गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के सभी बूथों की लिस्ट बनाई है कि किन-किन बूथों पर पुलिस फोर्स तैनात करके वोटर्स को मतदान करने से रोका जाएगा। अमित शाह ने पुलिस के साथ इसकी पूरी तैयारी कर रखी है। हम मीडिया के माध्यम से पूरे देश को यह जानकारी देना चाहते हैं कि हो सकता है 5 फरवरी को इस देश का लोकतंत्र जीते या पूरी तरह से हार जाए। इस दिन भाजपा की पुलिस और चुनाव आयोग का केवल यह काम होगा कि किसी तरह से कोई वोटर पोलिंग बूथ तक ना पहुंचे। पूरे देश और दुनिया की मीडिया को यह दिखाना चाहिए क्योंकि अगर अब देश इसके खिलाफ नहीं जागा तो देश से लोकतंत्र खत्म हो जाएगा।

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