सोनीपत। किसान संगठनों ने 26 नवंबर को दिल्ली कूच करने का आह्वान किया है। जिसके दृष्टिगत राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को अवरूद्ध किये जाने की संभावनाओं के मद्देनजर हर प्रकार की कड़ी तैयारियां की गई हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-44 उत्तर भारत की लाइफ लाइन है, जिसे अवरूद्ध नहीं होने दिया जाएगा। यह कहना है उपायुक्त का।
उपायुक्त पूनिया ने कहा कि किसानों को लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखनी चाहिए। प्रशासन उनकी बात सरकार तक पहुंचायेगा। पहले भी किसानों की मांगें सरकार तक पहुंचाई गई हैं। किसानों के दिल्ली कूच की घोषणा को लेकर किसान संगठनों से बातचीत भी की गई है, जिसमें किसानों से अपील की गई कि वे लोकतंत्र की मर्यादा बनाये रखें। किसानों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से कहीं भी भीड़ एकत्रित न करें। कानून-व्यवस्था बनाये रखें। आम जनमानस को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने देंगे। यदि लोगों को परेशानी हुुई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त ने आम जनमानस से भी अपील की कि वे 25, 26 व 27 नवंबर को राष्ट्रीय राजमार्ग से यात्रा करने से परहेज करें। यदि बहुत अधिक जरूरी हो तो ही वे यात्रा करें। उन्होंने किसानों से भी पुन: अपील की कि वे अपनी घोषणा पर पुर्नविचार करें। किसी भी रूप में शांति भंग करने का प्रयास न किया जाए। साथ ही उन्होंने कोविड-19 को लेकर भी लोगों जरूरी दिशा-निर्देशों की अनुपालना करने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसानों को भी हिदायतों की अनुपालना करनी चाहिए। पिछले कुछ दिनों से कोरोना मामलों में वृद्धि हुई है। अत: अब लोगों को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने कहा कि किसान संगठनों की दिल्ली कूच करने की घोषणा को देखते हुए अंतर्राज्यीय बार्डरों की निगरानी करते हुए इनको सील किया जाएगा। अंतर जिला बार्डरों पर भी विशेष रूप से नाका लगाये जायेंगे। हर प्रकार की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली कूच को लेकर यदि बिना अनुमति के कहीं भीड़ एकत्रित हुई तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जरूरत हुई तो गिरफ्तारी भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि पर्याप्त संख्या में राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस की तैनाती की जाएगी, जिसके लिए बाहर से भी पुलिस बल भेजने की मांग की गई है। पुलिस अधीक्षक रंधावा ने कहा कि आम जन की सुविधा के लिए ट्रैफिक डायवर्जन प्लान भी तैयार किया गया है। वैकल्पिक मार्ग की सुविधा आम लोगों को दी जाएगी। किंतु लोगों से अपील है कि वे इस समयावधि में बहुत अधिक जरूरी नहीं है तो यात्रा न करें। कानून एवं व्यवस्था तथा शांति व्यवस्था को भंग नहीं होने दिया जाएगा। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने को तैयार है। इस मौके पर खरखौदा की एसडीएम श्वेता सुहाग भी मौजूद थी।