गुरुग्राम। जिन फ्रंटलाइन एवं हेल्थकेयर वर्करों को अभी तक कोविडरोधी वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगी हैं, उन्हें वैक्सीन लगवाना सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। इसके अंतर्गत इन सभी को टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव ने सभी निजी व सरकारी अस्पतालों में कार्यरत हेल्थ व फ्रंटलाइन वर्करों को दोनों डोज लगवाने के लिए 15 अगस्त तक की समय-सीमा तय की है।
बुधवार को लघु सचिवालय सभागार में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम को लेकर गठित जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक की अध्यक्षता सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव ने की। उन्होंने कहा कि जिले में वर्तमान में 50,185 हेल्थकेयर वर्कर पंजीकृत हैं। इनमें से 43539 को पहली डोज व 39657 को दूसरी डोज लग चुकी है। इसी प्रकार 54,437 फ्रंटलाइन वर्कर पंजीकृत हैं, इनमें से 45369 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज व 33644 लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है।
सिविल सर्जन ने कहा कि हेल्थकेयर वर्करों को लेकर कहा कि ऐसी भी संभावना है कि वे स्थानांतरित हो गए हों या उन्होंने स्वयं से दूसरी डोज कहीं और लगवा ली हो। हो सकता है कि उनका डाटा पोर्टल पर पेंडिग दिखा रहा हो तो ऐसे लोगों से संपर्क करते हुए उनसे वैक्सीनेशन संबंधी जानकारी प्राप्त की जाएगी। यदि उन्होंने दूसरी डोज ले ली है तो उन्हें डिटेल को पोर्टल से डिलीट किया जाएगा। डा. विरेंद्र ने कहा कि फ्रंटलाइन वर्करों के टीकाकरण के लिए जिले में टीमें गठित की जाएंगी। टीकाकरण के नोडल अधिकारी डा. एमपी सिंह से कहा कि सुबह व शाम को कोरोनारोधी टीकाकरण को लेकर शिविर लगाए जा सकते हैं। जिन विभागों के फ्रंटलाइन वर्कर टीका नहीं लगवा पाए हों उन्हें यह लगाने के लिए क्षेत्र के मेडिकल अधिकारी की जिम्मेदारी लगाई जा सकती है। निजी अस्पतालों से आए प्रतिनिधियों से डा. एमपी सिंह ने कहा कि जिले में जहां भी वैक्सीन की पहली डोज के लिए शिविर लगाए गए थे, उन्हीं स्थानों पर दूसरा शिविर लगाकर लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी जाए। जिले में अब तक लगभग 18 से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है। स्पूतनिक-वी वैक्सीन को लेकर उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति इस वैक्सीन की पहली डोज जिस केंद्र पर लगवा रहा है उसे दूसरी डोज भी उसी केंद्र पर लगाई जाएगी।