बैठक में मुद्दा उठने के बावजूद सीवर की सफाई नहीं

PU

गुरुग्राम। नगर निगम के सदन की सामान्य बैठक के 4 दिन बाद भी सीवर सफाई व स्ट्रीट लाइट के मुद्दे पर अब तक काम नहीं शुरू किया गया है। यह स्थिति तब है जब निगम की बैठक मुख्य रूप से इन्हीं दो विषयों पर केंद्रित रही। ऐसे में निगम पार्षदों का कहना है कि जब सदन की बैठक में उठाए गए मुद्दों पर प्रशासन तत्परता से कार्रवाई नहीं कर रहा है तो भला अन्य विकास संबंधी कार्यों के समय पर होने की उम्मीद कैसे करें।

पिछले शनिवार को निगम सदन की सामान्य बैठक आयोजित हुई थी। इसमें पार्षदों ने सीवर सफाई में लेटलतीफी व वार्डों में स्ट्रीट लाइट न लगने का मुद्दा उठाया था। वहीं वार्ड-22 के पार्षद प्रतिनिधि ने तो सीवर सफाई से संबंधित कार्य को निरस्त किए जाने के मुद्दे पर हंगामा भी किया था। इस पर निगमायुक्त ने दोनों ही मुद्दों पर जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद सफाई कार्य शुरू नहीं किया गया।

वार्ड-19 के पार्षद अश्वनी शर्मा के मुताबिक शहर के सीवर लाइन व बारिश के जल निकासी की लाइन की सफाई पर अब तक कोई काम नहीं शुरू किया गया है। वार्डों को अब तक कोई भी सुपर शकर मशीन नहीं उपलब्ध कराई गई है। स्ट्रीट लाइट पर विस्तार से चर्चा हुई लेकिन उसको लगाने के लिए भी कोई कवायद नहीं शुरू हुई है। पार्षद ब्रह्म यादव ने बताया कि समय पर शहर की सीवर लाइनों की सफाई की जाती तो पहली ही बारिश में जो जलभराव हुआ, यह स्थिति न होेती। मालूम हो कि निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा की अध्यक्षता में जलभराव के मुद्दे पर कई दौर की बैठकें हुईं लेकिन धरातल पर सीवर सफाई समेत कोई काम नहीं हुआ। इससे बारिश के दौरान व्यापक स्तर पर जलभराव की स्थिति देखने को मिली। नगर निगम के सदन की बैठक में 30 सितंबर तक प्रत्येक वार्डों में एक-एक ट्रैक्टर ट्रॉली व 10 लेबर देने की योजना बनाई गई है। इस पर भी निगम पार्षद सवाल उठा रहे हैं। पार्षदों का कहना है कि अधिकांश बारिश तो जुलाई व अगस्त में ही होती है तो भला जलनिकासी के कार्यों के लिए 30 सितंबर का लक्ष्य क्यों बनाया गया। बेहतर यह होता कि सीवर सफाई व जलनिकासी की व्यवस्था बेहतर करने के लिए फौरी तौर पर कोई योजना बनाई जाती। पूर्व पार्षद नीरज यादव ने कहा कि कम से कम अब निगम प्रशासन को सीवर सफाई की कोई मजबूत योजना पर काम करना चाहिए।